दलहनी व तिलहनी फसलों के बीज उत्पादन में आत्मनिर्भरता की ओर खरगोन
17 जुलाई 2024, खरगोन: दलहनी व तिलहनी फसलों के बीज उत्पादन में आत्मनिर्भरता की ओर खरगोन – फसलों के अधिक उत्पादन में उन्नत बीज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्नत बीज नहीं मिलने पर किसानों को फसलों का उत्पादन कम मिलता है। कृषि विभाग द्वारा किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें बीज उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए किसानों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत मक्का, दलहनी एवं तिलहनी फसलों के उन्नत बीज प्रदान किये गए हैं। इससे किसान उन्नत बीज के मामले में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है।
उप संचालक कृषि श्री मेहताब सिंह सोलंकी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में किसानों को फसल उत्पादन बढाने एवं आय में वृद्धि हेतु विभागीय योजनाओं के माध्यम से विभिन्न फसलों के नवीन एवं उन्नत किस्मों के बीजों का फसल प्रदर्शन एवं बीज वितरण कर किसानों को लाभ दिया जा रहा है। विभागीय योजनाओं जैसे- खाद्य एवं पोषण सुरक्षा, राष्ट्रीय मिशन ऑन इडिबल ऑयल-तिलहन योजना, बीज ग्राम योजना आदि के माध्यम से विभिन्न फसलों के उन्नत किस्मों के कीट एवं रोग प्रतिरोधक बीज कृषकों को अनुदान पर वितरित किए गए ।
योजना अंतर्गत सोयाबीन की नवीन एवं उन्नत किस्में -एनआरसी 138, पीएस-1523, आरवीएस 18, राज सोया 18, राज सोया- 24, एनआरसी 86 मूंग की नवीन एवं उन्नत किस्में -पंत मूंग 8 (पीएम-09-6), आईपीएम 205-7 (विराट), आईपीएम 410-3 (शिखा) गेहूं की नवीन एवं उन्नत किस्में -एचआई 1605 (पूसा उजाला) एचआई 8759 (पुसा तेजस), पूसा गेहूं एचआई 8759 (तेजस), पूसा तेजस (एचआई 8759) चना की नवीन एवं उन्नत किस्में आरवीजी-202, आरवीज- 203, आरवीजी-303, आरवीजी-204, आरवीजी-205 मक्का की नवीन एवं उन्नत किस्में डीएचएम-121 का बीज किसानों को उपलब्ध कराया गया है। किसानों द्वारा स्वयं का बीज तैयार कर बीज के मामले में आत्म निर्भरता हुई है एवं जिले में नवीन किस्मों के बीजों का क्षेत्र विस्तार भी हुआ है। वर्ष 2023-24 में जिले में कुल 12 हजार 620 किसानों को विभागीय योजनाओं के माध्यम से प्रदर्शन एवं बीज वितरण द्वारा लाभ दिया गया है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: