एग्रीकल्चर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया दे रहा है युवाओं को उद्यमिता का मौका
05 जून 2024, भोपाल: एग्रीकल्चर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया दे रहा है युवाओं को उद्यमिता का मौका – एग्रीकल्चर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) एवं कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीआई) के तत्वाधान में एवं भाकृअनुप – अटारी, कानपुर, के समन्वयन से कृषि विज्ञान केंद्र, कटिया, सीतापुर उत्तर प्रदेश में मालियों के क्षमता विकास पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘पहले की सीख को मान्यता’ (Recognition of Prior Learning – RPL) के अंतर्गत 05 जून से 07 जून 2024 तक आयोजित किया जा रहा है।
उद्घाटन सत्र में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दया शंकर श्रीवास्तव, उद्यान विभाग के पूर्व उद्यान निरीक्षक श्री घनश्याम सिंह, उद्यमी श्री अभय सिंह, प्रशिक्षण समन्वयक श्री शैलेन्द्र सिंह, एवं कृषि विज्ञान केंद्र के सभी वैज्ञानिक उपस्थित रहे।
डॉ. दया शंकर श्रीवास्तव ने युवाओं और उद्यमियों के लिए इस प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। श्री घनश्याम सिंह ने आदर्श पौधशाला तैयार करने के लिए आधारभूत जानकारियों और आवश्यक उपकरणों के बारे में विस्तार से बताया। श्री अभय सिंह ने मांग आधारित पौधशाला तैयार करने की रणनीति और बाजार व्यवस्था पर व्याख्यान दिया। उद्यान विभाग, सीतापुर के पूर्व उद्यान निरीक्षक श्री सुदर्शन राम वर्मा ने सब्जी नर्सरी पौध उत्पादन और व्यावसायिक पुष्प उत्पादन पर व्याख्यान दिया।
प्रशिक्षण समन्वयक एवं प्रसार वैज्ञानिक श्री शैलेन्द्र सिंह ने ‘पहले की सीख को मान्यता’ (RPL) की अवधारणा और मालियों के लिए इसके भविष्य के महत्व पर व्याख्यान दिया।
प्रशिक्षण के द्वितीय और तृतीय दिवस में पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. आनंद सिंह, डॉ. रीमा, डॉ. शिशिर कांत सिंह, डॉ. योगेंद्र प्रताप सिंह एवं अन्य वैज्ञानिकों द्वारा पौधशाला हेतु उच्च मानक की मिट्टी तैयार करने की विधि, सूक्ष्म सिंचाई पद्धति, प्रसार तंत्रों का समुचित उपयोग करते हुए व्यवसायिकी और विभिन्न प्रायोगिक कार्य कराए जाएंगे।