जायसवाल दंपति का जुनून इंदौर में कमरे में उगाई केसर !
02 दिसंबर 2024, इंदौर: जायसवाल दंपति का जुनून इंदौर में कमरे में उगाई केसर ! – कश्मीर जैसे अति ठंडे क्षेत्र में उगने वाली केसर को इंदौर में वातानुकूलित 325 वर्ग फीट के कमरे में नई तकनीक से मिट्टी के बगैर हवा और वर्मी कम्पोस्ट की मदद से उगाकर इंदौर के श्री अनिल और उनकी पत्नी कल्पना जायसवाल ने कमाल कर दिया है। जायसवाल दंपति को उनके जुनून से यह कामयाबी हासिल हुई है।
मौके पर पहुंचे कृषक जगत के संचालक श्री सचिन बोंद्रिया को एक साक्षात्कार में श्री अनिल जायसवाल ने बताया कि वे मूलतः खरगोन जिले की भीकनगांव तहसील के चैनपुर के निवासी हैं। चार दशक पूर्व इंदौर आकर बस गए। खेती के प्रति रुचि थी, तो 2016 में एक एकड़ में पॉली हाउस तैयार किया। सपत्नीक कश्मीर भ्रमण के दौरान पहली बार अपने क्षेत्र में केसर उगाने का विचार आया। पत्नी कल्पना से विचार साझा किया। दोनों ने एक जुनून के तहत इंदौर में केसर उगाने का प्रयास शुरू किया। पौधों को एक कमरे में कश्मीर जैसी कृत्रिम कृषि जलवायु उपलब्ध कराई गई।
नई तकनीक से केसर उत्पादन: श्री जायसवाल ने ट्रे में उगाई गई केसर का प्रत्यक्ष प्रदर्शन करते हुए बताया कि इसमें एयरोपोनिक की उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया गया और बिना मिट्टी के हवा, नमी, सीओ टू और प्रकाश तीव्रता से केसर तैयार की गई है। केसर के बल्ब कश्मीर के पम्पोर से बुलाए गए। यह पूरा विज्ञान है, जिसे अध्ययन और अनुसंधान को अमल में लाया गया है। केसर के बल्ब को पॉली हाउस में उचित वातावरण में तैयार कर फिर यहां रखा जाता है। नमी और तापमान और आर्द्रता को स्वचालित प्रणाली से पौधे के विकास के हिसाब से नियंत्रित किया जाता है। पौधे की हर अवस्था के लिए अलग -अलग तापमान होता है। दिन का अलग और रात का अलग रखा जाता है । गत सितंबर में पॉली हाऊस की नर्सरी से पौधों को यहां शिफ्ट करने के बाद में केसर के उत्पादन से कमरा महक उठा। अब अगले वर्ष अगस्त में फिर इसे तैयार किया जाएगा। अगले वर्ष इन्हें स्पेशल वर्मी कम्पोस्ट की मदद से बड़ा और मोटा कर बहुगुणित किया जाएगा। श्री अनिल ने नूतन प्रयोग के रूप में केसर फसल को प्रति दिन 30 – 40 मिनट गायत्री मंत्र और पक्षियों की चहचहाट की आवाज भी सुनाई गई । साथ ही लाल, नीले और सफ़ेद बल्व की रोशनी का भी प्रयोग किया , ताकि इनकी वृद्धि अच्छी हो। यह रोशनी भी स्व नियंत्रित है।
ब्रांड बनाएंगे: श्री जायसवाल ने कहा कि केसर उत्पादन की सफलता के बाद इंदौर के बड़े उद्योगपति सहित कई लोग इसे खरीदने के इच्छुक हैं।अभी अंतिम भाव तय नहीं किए हैं। प्रमाणित प्रयोगशाला में परीक्षण उपरांत बड़े स्तर पर उत्पादन कर इसे अपना ब्रांड बनाने की तैयारी है । इसके साथ ही सुपर मशरूम का उत्पादन करने का भी विचार है। अनिल का शाब्दिक अर्थ हवा और कल्पना का अर्थ नया विचार होता है। जायसवाल दंपति श्री अनिल और श्रीमती कल्पना ने इंदौर में केसर उत्पादन कर अपने नाम को चरितार्थ किया है।
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