MP में भूजल संकट से निपटने की पहल: एक लाख कुओं को रिचार्ज करने का प्लान
07 अप्रैल 2025, भोपाल: MP में भूजल संकट से निपटने की पहल: एक लाख कुओं को रिचार्ज करने का प्लान – मध्यप्रदेश में भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने एक नया कदम उठाया है। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत डगवेल रिचार्ज विधि से एक लाख कुओं को रिचार्ज करने का लक्ष्य रखा गया है। यह जानकारी शनिवार को भोपाल से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने इसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। इस योजना का मकसद किसानों को रबी की फसलों के लिए पानी की स्थायी व्यवस्था करना बताया जा रहा है।
डगवेल रिचार्ज विधि क्या है?
डगवेल रिचार्ज विधि को भूजल पुनर्भरण का एक आसान और वैज्ञानिक तरीका कहा जा रहा है। इसमें बारिश के पानी को रिचार्ज पिट या फिल्टर के जरिए कुओं में डाला जाएगा, ताकि भूगर्भ का जलस्तर बढ़ सके। इस विधि से पानी की उपलब्धता लंबे समय तक बनी रहने की बात कही जा रही है। हालांकि, इसका असर कितना होगा, यह आने वाले समय में ही पता चलेगा।
किन कुओं को चुना जाएगा?
योजना के तहत उन कुओं को शामिल किया जाएगा, जहां जलस्तर 10 मीटर से ज्यादा हो और जो बरसात के बाद दिसंबर-जनवरी तक पानी से भरे रहते हों। मनरेगा के तहत बने कपिलधारा कुओं को भी इसमें जोड़ा जा सकता है, बशर्ते उनमें पहले से रिचार्ज पिट न बना हो। रिचार्ज पिट का निर्माण कुएं से 3 से 6 मीटर की दूरी पर होगा। इसके लिए एक खास संरचना तैयार की जाएगी, जिसमें पत्थरों और मोटी रेत की परतें होंगी। पानी को शुद्ध करने के बाद पाइपलाइन के जरिए कुएं तक पहुंचाया जाएगा।
निजी कुओं की सफाई और देखभाल का जिम्मा मालिकों पर होगा, जबकि सार्वजनिक कुओं की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों को दी गई है। सरकार का कहना है कि इससे समाज की भागीदारी बढ़ेगी और जल संरक्षण का संदेश आम लोगों तक पहुंचेगा।
मध्यप्रदेश के कई ग्रामीण इलाकों में भूजल का स्तर लगातार गिर रहा है, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए परेशानी हो रही है। सरकार का दावा है कि यह अभियान जल संकट का स्थायी हल हो सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि इसे जमीन पर कितनी सही तरीके से लागू किया जाता है।
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