राज्य कृषि समाचार (State News)

राजस्थान राज्य की कृषि योजनाओं से कृषक कमला देवी और वालाराम भील की आय में हुई वृद्धि

20 सितम्बर 2023, जयपुर: राजस्थान राज्य की कृषि योजनाओं से कृषक कमला देवी और वालाराम भील की आय में हुई वृद्धि – राजस्थान राज्य के जयपुर जिले की पंचायत समिति जोबनेर ग्राम हिंगोनिया निवासी कमला देवी ने बताया कि उन्होंने अपने खेत में गेंहू की फसल की बोई थी। लेकिन गत वर्ष गेहूं की फसल कटाई के बाद तेज बरसात होने के कारण कारण खेत मे पानी भर गया और खेत में पड़ी हुई पूरी फसल खराब हो गयी।

कमला जी बताती हैं कि फसल बीमा योजना में फसल का बीमा करवाने के कारण ही वे बर्बाद होने से बच पायी हैं। उनके खाते में बीमा क्लेम के रूप में 60 हजार रुपये जमा हुए। साथ ही कमला देवी ने  7.5 एच.पी का सौर पंप संयंत्र स्थापित किया है, जिससे अब उनकी बिजली से निर्भरता खत्म हो गयी है। वे बताती है कि इससे पहले उनका बिजली का बिल 7 हजार रुपये मासिक आता था जो अब बिल्कुल नहीं आता है।

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मिनीकिट के उन्नत बीजों से कमलादेवी की चार गुना बढ़ी आय

कमला देवी बताती है कि उन्हें खरीफ सीजन 2022 और 2023 में राज्य सरकार द्वारा बाजरा बीज का मिनीकिट दिया गया है। वे बताती हैं कि बाजार से खरीदे हुए बीजों से उन्हें अपने खेत में इतनी अच्छी फसल कभी नहीं मिली जितनी मिनीकिट के उन्नत किस्म के बीजों से मिली है और कमला इस वर्ष भी अच्छी फसल का अनुमान लगा रही हैं। वे मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार जताते हुए कहते हैं कि राज्य सरकार की इस पहल से उनके खेतों में अच्छी फसल हो रही है, जिससे उनकी आय भी पहले से बढ़कर चार गुना हो गयी है।

वालाराम भील की सौर पंप संयंत्र से फसलों में पानी देने की समस्या हुई खत्म

उदयपुर जिले के पंचायत समिति गिर्वा ग्राम रामा रहट निवासी वालाराम भील ने बताया कि उन्होंने राज्य सरकार के माध्यम से नि:शुल्क 3 एच.पी. का  सौर पंप संयंत्र स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि संयंत्र लगवाने से पहले वे डीजल के इंजन से सिंचाई करते थे और पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण डीजल लाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। साथ ही पैसों की कमी और डीजल की बढ़ती हुई कीमतों के कारण कई बार फसलों में पानी भी नहीं दे पाते थे।  लेकिन अब उनकी यह समस्या बिल्कुल खत्म हो चुकी है।

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वालाराम भील ने बताया कि पहले वे पारंपरिक तरीके से खेती करते थे, जिसमें क्यारियां बनाकर फसलों में पानी देने से पानी का बहुत अपव्यय होता था। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा अनुदान पाकर उन्होंने स्प्रिंकलर सयंत्र स्थापित किए हैं,  जिससे अब वे कम पानी में टमाटर, मक्का, मिर्ची और सोयाबीन की खेती कर पा रहे हैं।  उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा योजनाओं का लाभ लेकर अब वे 10 हजार रुपये मासिक तक मुनाफा अर्जित कर रहे हैं। वालाराम अब अपने क्षेत्र के किसानों को भी राज्य सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं।

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