राज्य कृषि समाचार (State News)

भिण्ड में गेहूँ और चना के उन्नत बीज विक्रय हेतु उपलब्ध, किसान 5-6 साल तक कर सकेंगे इस्तेमाल

25 अक्टूबर 2025, भोपाल: भिण्ड में गेहूँ और चना के उन्नत बीज विक्रय हेतु उपलब्ध, किसान 5-6 साल तक कर सकेंगे इस्तेमाल –  मध्यप्रदेश, प्रभारी अधिकारी विशेष कृषि अनुसंधान केन्द्र भिण्ड ने बताया है कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के अन्तर्गत विशेष कृषि अनुसंधान केन्द्र इटावा रोड़ भिण्ड पर गेहूँ की उन्नतशील किस्म टीआरवीडब्ल्यू-155 प्रजनक बीज व एचआई-1544 राजविजय बीज तथा चना की उन्नतशील किस्में आरवीजी-202, जेजी- 24 विक्रय हेतु उपलब्ध है। ये उन्नतशील किस्में किसान भाई अपने खेत पर लगाते हैं तो यह बीज पाँच से छः साल तक उपयोग कर सकते हैं। हर साल नया बीज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी एवं इस बीज का हर साल उत्पादन बढ़ता जाता है।

गेहूँ की उन्नतशील किस्में टीआरवीडब्ल्यू-155 व गेहूँ-1544 तथा चना आरवीजी-202 राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वारा विकसित की गई है व किस्म जेजी-24 चना, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर से विकसित की गई है। यदि किसान भाई का खुद का बीज होगा तो हर साल बीज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे किसान भाईयों की खेती में लागत की कमी आयेगी और आय अधिक होगी। बीजों की पैकिंग गेहूँ-40 किलोग्राम तथा चना-30 किलोग्राम में विक्रय हेतु उपलब्ध हैं। अधिक जानकारी हेतु मोबाईल नंबर 9329622315 पर सम्पर्क करें।

आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture