एमपी के गुना ने बनाई गुलाबों की नगरी के रूप में पहचान, विदेशों में महकेगी सुगंध
02 जुलाई 2025, भोपाल: एमपी के गुना ने बनाई गुलाबों की नगरी के रूप में पहचान, विदेशों में महकेगी सुगंध – मध्यप्रदेश के गुना जिले ने गुलाबों की नगरी के रूप में देश के साथ ही विदेशों में भी अपनी पहचान बना ली है। अब यहां उत्पादित होने वाले गुलाब के फूलों की सुगंध लंदन और पेरिस में भी महकेगी। सरकार गुलाब को विदेशों में एक्सपोर्ट कराने के लिए प्रयास कर रही है।
अभी गुना के 20-25 किसान उद्यानिकी विभाग और एनबीसी के सहयोग से गुलाब की खेती कर, जयपुर और देश की राजधानी दिल्ली में अपनी पहचान बना रहे हैं। अब गुना के गुलाब को लंदन और पेरिस तक पहुंचाने के प्रयास प्रारंभ हो गए हैं। जल्दी ही इसकी महक लंदन और पेरिस के बाजार में बिखरेगी। गुलाब की खेती करने वाले किसानों की आमदनी बढ़ाने एवं इसे अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम एमपीआईडीसी भी आगे आ गया है। आगामी 16 जुलाई एमपीआईडीसी एक्सपर्ट्स की टीम गुना का भ्रमण करेगी। टीम में शामिल विशेषज्ञ किसानों को एक्सपोर्ट की संभावनाओं के साथ एक्सपोर्ट करने में आने वाली फॉर्मेलिटी के लिए तैयार करेंगे। एमपीआईडीसी किसानों का एक्सपोर्टर के साथ समन्वय स्थापित करने में भी सहयोग करेगा। इससे गुना का गुलाब पुणे और बेंगलुरु की तर्ज पर पेरिस, लंदन में अपनी खुशबू फैला सकेगा।
12 लाख रुपये की कमाई
वर्तमान में गुना जिले में 20 से 25 किसान लगभग 25 एकड़ में गुलाब की खेती कर रहे हैं। एक आकलन के अनुसार एक एकड़ में, एक किसान, एक वर्ष में गुलाब की खेती से 10 से 12 लाख रुपया शुद्ध मुनाफा कमा लेता है। गुना जिले में किसानों में गुलाब उत्पादन के बढ़ते हुए उत्साह को देखते हुए उद्यानिकी विभाग द्वारा इस वर्ष 2025-26 में गुना जिले में 50 एकड़ में पॉलीहाउस तैयार कर 150 किसानों को गुलाब की खेती के लिए तैयार किया जाएगा। इसे 5 वर्षों में 500 एकड़ करने का रोडमेप तैयार किया जा रहा है। उद्यानिकी विभाग द्वारा पॉलीहाउस में गुलाब की खेती की बारीकियां समझने के लिए गुलाब उत्पादकों के दल को महाराष्ट्र से पुणे और तलेगांव ले जाने का कार्यक्रम बनाया गया है ।
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