ललितपुर में फिर होने लगी अदरक की खेती, रकबे में भी बढ़ोतरी हुई
27 सितम्बर 2024, भोपाल: ललितपुर में फिर होने लगी अदरक की खेती, रकबे में भी बढ़ोतरी हुई – बुंदेलखंड के ललितपुर में किसानों ने एक बार फिर से अदरक की खेती करने की तरफ ध्यान देना शुरू किया है। हालांकि अदरक की खेती मुनाफे वाली मानी गई है लेकिन जो परिस्थितियां बनी थी उस कारण किसानों ने अदरक की खेती से मुंह मोड़ लिया था।
बुंदेलखंड के ललितपुर जिले में सालों पहले बड़े स्तर पर अदरक की खेती होती थी। बड़े पैमाने पर अदरक की खेती को देखते हुए, जिले के तालबेहट में अदरक मंडी बनाई गई थी। लेकिन, कुछ साल पहले इस फसल में सड़न रोग बढ़ने से किसानों को नुकसान होने लगा।
इसके चलते बड़ी संख्या में किसानों ने अदरक की खेती से मुंह मोड़ना शुरू कर दिया। कम जमीन में अदरक पैदावार से होने वाले मुनाफे को देखते हुए, किसान इसकी खेती की हिम्मत दोबारा जुटा रहे हैं। पांच साल के दौरान जिले में अदरक का रकबा करीब 25 फीसदी बढ़ा है और किसानों को इससे अच्छी आमदनी हो रही है।
जिला उद्यान विभाग की मदद से प्रसंस्करण इकाई लगा रहे हैं। किसानों से अदरक खरीदकर उसका पाउडर बनाएंगे। इससे किसानों को अदरक का डेढ़ से दो गुना अधिक दाम मिलेगा। इस क्षेत्र को फिर से अदरक के हब के रूप में विकसित करने की कोशिश है; जैसा यह 10-15 साल पहले हुआ करता था। हमारे ब्लॉक में करीब 250 किसानों ने फिर इसकी खेती शुरू की है। ललितपुर के जिला उद्यान अधिकारी परवेज़ खान कहते हैं, पांच साल पहले यहां अदरक का रकबा घटकर सिर्फ 50-60 हेक्टेयर ही रह गया था। धीरे-धीरे बढ़कर यह अब लगभग 85 हेक्टेयर पहुंच गया है। इसे और बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं। वह कहते हैं, खेती में ड्रिप इरिगेशन विधि का इस्तेमाल करें। इसके लिए, 90 फीसदी का अनुदान भी मिलता है। खेती में मल्चिंग विधि को अपनाएं।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: