26 दिन में लाखों कमाने का फॉर्मूला: छत्तीसगढ़ के रेशम किसानों ने वर्धा में सीखा
06 दिसंबर 2024, रायपुर: 26 दिन में लाखों कमाने का फॉर्मूला: छत्तीसगढ़ के रेशम किसानों ने वर्धा में सीखा – छत्तीसगढ़ के रेशम किसानों को उनकी आमदनी बढ़ाने और आधुनिक तकनीकों से परिचित कराने के उद्देश्य से हाल ही में महाराष्ट्र के वर्धा में एक अध्ययन भ्रमण का आयोजन किया गया। इस भ्रमण में प्रदेश के 100 रेशम किसानों ने हिस्सा लिया और वहां रेशम कृषि की उन्नत तकनीकों का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
रेशम पालन में आधुनिक तकनीकों का ज्ञान
वर्धा में किसानों को मिट्टी, पौधों की देखभाल, कृमिपालन, सिंचाई के तरीकों और उपकरणों के उपयोग की बारीकियों का प्रशिक्षण दिया गया। किसानों ने बताया कि उन्होंने कम समय में अधिक आमदनी प्राप्त करने के तरीके सीखे हैं। वहां के अनुभव से प्रेरित होकर वे अब छत्तीसगढ़ में उन्नत तकनीकों का उपयोग कर रेशम पालन और ककून उत्पादन का काम शुरू करेंगे।
प्रशिक्षण के दौरान किसानों को रेशमकीट पालन से जुड़ी सावधानियों, वैज्ञानिक उपायों और उत्पादन बढ़ाने के लिए जरूरी तकनीकों की जानकारी दी गई। इसके अलावा बाजार व्यवस्था, भुगतान प्रक्रिया और उच्च गुणवत्ता वाली सिल्क तैयार करने के तरीकों पर भी चर्चा हुई। किसानों ने बताया कि 26 दिनों में 66 हजार से 1 लाख रुपये तक की आय अर्जित करना संभव है, और वे जल्द ही इस तकनीक को अपनाने की योजना बना रहे हैं।
इस प्रशिक्षण में रेशम पालन में महिलाओं की भागीदारी को भी प्रोत्साहित किया गया। किसानों को बताया गया कि किस तरह महिलाएं भी इस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ा सकती हैं।
सिल्क समग्र योजना के तहत किया गया भ्रमण
किसानों को इस प्रशिक्षण के लिए सिल्क समग्र योजना के तहत महाराष्ट्र के वर्धा भेजा गया। इस योजना का उद्देश्य रेशम उत्पादन को बढ़ावा देना और किसानों की आय में सुधार करना है। वर्धा में अधिक आय अर्जित करने वाले किसानों के कार्यों का अवलोकन कर छत्तीसगढ़ के किसानों को प्रेरित किया गया I
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