भुली जलाशय की जन सुनवाई में किसानों ने उठाए सवाल
17 मई 2025, (उमेश खोड़े, पांढुर्ना): भुली जलाशय की जन सुनवाई में किसानों ने उठाए सवाल – जाम नदी पर बनने वाले बैलेंसिंग रिजर्व वायर प्रोजेक्ट के तहत भुली जलाशय निर्माण को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा गत दिनों ग्राम खड़की में जन सुनवाई आयोजित की गई , जिसमें प्रभावित गांवों के किसानों ने मुआवजे और विस्थापन से संबंधित सवाल उठाए .जन सुनवाई में अपर कलेक्टर नीलमणि अग्निहोत्री ,भू अर्जन अधिकारी एसडीएम नेहा सोनी, मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी श्री कैलाश कटारे , तहसीलदार श्री विनय प्रकाश ठाकुर ,कार्यपालन यंत्री जल संसाधन कुमकुम कौरव पटेल एसडीओ संजना चौधरी , अन्य अधिकारी सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे .
उल्लेखनीय है कि जाम नदी पर प्रस्तावित बैलेंसिंग रिजर्व वायर प्रोजेक्ट में भुली जलाशय निर्माण से 7 गांवों खड़की ,भुली, भूयारी ,नीलकंठ , खेड़ीधान भोयर, धावड़ीखापा और मोरडोंगरी के किसान प्रभावित होंगे .इस मुद्दे को कृषक जगत द्वारा पूर्व में प्रमुखता से उठाया गया है .जन सुनवाई में किसानों ने पूछा कि मुआवजा किस दर से मिलेगा और विस्थापन के लिए कौनसी जगह चिन्हित की गई है इस बारे में स्पष्ट बताया जाए .गत 5 -6 सालों से जलाशय निर्माण को लेकर बातें की जा रही है , लेकिन कुछ भी स्पष्ट नहीं है कि किसानों की कितनी ज़मीन डूब में जाएगी .लेकिन किसानों के सवालों का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया .हालांकि अपर कलेक्टर ने कहा कि प्रोजेक्ट की जैसे -जैसे प्रगति होगी वैसे -वैसे अन्य बातों का खुलासा भी होता जाएगा .जन सुनवाई में डूब प्रभावित क्षेत्र में वृक्षों के डूब जाने के संबंध में आक्षेप प्राप्त किया , वहीं कुएं, ट्यूबवेल एवं अन्य जलाशयों के डूबने की स्थिति पर आपत्ति दर्ज़ की गई .
इस बारे में ग्राम भुली के किसान श्री वृंदेश धर्माधिकारी ने कृषक जगत को बताया कि मैंने भुली जलाशय को लेकर सवाल किया तो अधिकारियों ने बताया कि यह जन सुनवाई पर्यावरण को लेकर है, जबकि बैनर में भुली जलाशय का स्पष्ट उल्लेख था . मेरा सवाल था कि डैम बनने से भूकंप आने की आशंकाओं को लेकर क्या पूर्व में कोई विचार किया गया है? प्रशासन की ओर से कहा गया कि भुली जलाशय को लेकर आपको पृथक से नोटिस दिए जाएंगे उसके आधार पर मुआवजा आदि की जानकारी दी जाएगी .वहीं खड़की के श्री गणेश भादे ने कृषक जगत से कहा कि मैंने भी मुआवजे , विस्थापन और डूब प्रभावित ज़मीन संबंधी सवाल किए तो उनका कोई जवाब नहीं दिया बल्कि यह कहा गया कि उस बारे में अलग से नोटिस दिए जाएंगे जबकि भुली जलाशय के विषय को भी जन चौपाल में रखना चाहिए ताकि सबके सामने स्थिति स्पष्ट हो सके. .धावड़ीखापा के श्री प्रकाश देशमुख ने कहा कि वन पर्यावरण एवं प्रदूषण से संबंधित इस जन सुनवाई में विभागीय आंकड़े पेश किए गए जो अधिकांश किसानों के समझ में नहीं आए . एडीएम श्री अग्निहोत्री ने कहा कि भू अर्जन को लेकर ऐसी ही लोक सुनवाई आयोजित की जाएगी जिसमें आपकी शंकाओं का समाधान किया जाएगा .
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