फर्जी भर्ती मिशन का भंडाफोड़: ग्रामीण विकास मंत्रालय ने दी चेतावनी, दर्ज हुई एफआईआर
07 अप्रैल 2025, नई दिल्ली: फर्जी भर्ती मिशन का भंडाफोड़: ग्रामीण विकास मंत्रालय ने दी चेतावनी, दर्ज हुई एफआईआर – ग्रामीण विकास मंत्रालय ने ‘राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं मनोरंजन मिशन’ (एनआरडीआरएम) नामक फर्जी संगठन के माध्यम से चलाए जा रहे एक जालसाज भर्ती अभियान का खुलासा किया है। मंत्रालय के मुताबिक, इस कथित मिशन की वेबसाइट पर ग्रामीण विकास विभाग की आधिकारिक सामग्री की नकल करते हुए विभिन्न पदों पर आवेदन मांगे जा रहे थे।
मंत्रालय ने साफ किया कि ग्रामीण विकास विभाग के समूह ‘ए’ से ‘सी’ तक के सभी नियमित पदों पर भर्तियां केवल अधिकृत एजेंसियों—जैसे संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) और कर्मचारी चयन आयोग (SSC)—के माध्यम से ही होती हैं। इसके अलावा, विभाग की योजनाओं को राज्य सरकारों के जरिए लागू किया जाता है और इन योजनाओं में क्षेत्रीय कर्मचारियों की नियुक्ति संबंधित राज्य सरकारें करती हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) को इस फर्जी वेबसाइट को हटाने का अनुरोध किया गया था। I4C ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एनआरडीआरएम की सभी वेबसाइटों को इंटरनेट से हटा दिया है।
मंत्रालय की ओर से सार्वजनिक नोटिस भी जारी किया गया है, जिसमें लोगों को एनआरडीआरएम से जुड़े किसी भी प्रकार के झूठे विज्ञापन या भर्ती से बचने की सलाह दी गई है। साथ ही, इस फर्जीवाड़े के संबंध में एक एफआईआर भी दर्ज की गई है।
इन मामलों में तेज कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 और डिजिटल मीडिया आचार संहिता नियम, 2021 के तहत एक अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है। यह अधिकारी ऐसी वेबसाइटों और सामग्री पर कार्रवाई के लिए संबंधित प्लेटफॉर्म्स को कानूनी नोटिस जारी कर सकेगा।
राज्यसभा में इस पूरे मामले की जानकारी ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान ने दी।
फिलहाल मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि एनआरडीआरएम नामक कोई अधिकृत मिशन अस्तित्व में नहीं है, और आम जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध वेबसाइट या भर्ती के झांसे में न आएं।
नोट: किसी भी आधिकारिक भर्ती की जानकारी के लिए केवल मंत्रालय की वेबसाइट या अधिकृत भर्ती एजेंसियों की वेबसाइट का ही सहारा लें।
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