राज्य कृषि समाचार (State News)पशुपालन (Animal Husbandry)

रतलाम जिले में पशुपालन विभाग द्वारा योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन

05 अक्टूबर 2024, रतलाम: रतलाम जिले में पशुपालन विभाग द्वारा योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन – रतलाम जिले में पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा शासन संचालित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। कलेक्टर श्री राजेश बाथम के निर्देशन में संचालित योजनाओं की धरातल स्तर पर क्रियान्वयन की सघन मॉनिटरिंग की जाती है।

पशुपालन विभाग के उप संचालक डॉ शुक्ला ने बताया कि समुन्नत मुर्रा पाड़ा योजना अंतर्गत विभाग द्वारा उच्च नस्ल का मुर्रा पाड़ा स्वरोजगार एवं नस्ल सुधार हेतु दिया जाता है। चालू वर्ष में 2 लाख 70 हजार रुपए वित्तीय लक्ष्य के विरुद्ध शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल की गई है। हितग्राहियों को 6 मुर्रा पाड़ा उपलब्ध कराए गए हैं। इसी प्रकार बकरी इकाई प्रदाय योजना अंतर्गत बैंक क्रेडिट एवं अनुदान पर देसी बकरियों में नसल सुधार, हितग्राहियों की आर्थिक स्थिति में सुधार, दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के लिए योजना संचालित की जाती है, इसमें इकाई लागत 77456 रुपए है। सामान्य व्यक्ति को 40 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति तथा अनुसूचित जाति को 60 प्रतिशत अनुदान मिलता है। हितग्राही का अंशदान 10 प्रतिशत होता है, शेष बैंक ऋण राशि होती है। जारी वित्तीय वर्ष में 7 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है।

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विभाग द्वारा संचालित आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना का उद्देश्य दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हितग्राहियों की आर्थिक स्थिति में सुधार पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता में वृद्धि के साथ रोजगार के अवसर प्रदान करना है। इस योजना में दुधारू पशु गाय तथा भैंस खरीदने हेतु बैंक ऋण के आधार पर सामान्य तथा पिछड़ा वर्ग के लिए 25 प्रतिशत अनुदान अधिकतम डेढ़ लाख रुपए तथा अनुसूचित जाति तथा जनजाति के लिए 33 प्रतिशत अनुदान अधिकतम 2 लाख रुपए विभाग द्वारा दिए जाते हैं। जारी वित्तीय वर्ष में विभाग द्वारा 16 हितग्राहियों को लाभान्वित करके शत प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति की गई है। इसी प्रकार राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना भी संचालित है उक्त योजना में राष्ट्रीय पशुधन मिशन अंतर्गत केंद्र सरकार हेचरी तथा ब्रूडर कम मदर यूनिट भेड़ बकरी प्रजनन फार्म, ग्रामीण पोल्ट्री फार्म तथा खेत चारा मूल्य वर्धन इकाई तथा भंडारण की स्थापना के लिए 50 प्रतिशत पूंजीगत सब्सिडी प्रदान करती है।

गौशालाओं को आर्थिक सहायता –  जारी वित्तीय वर्ष में विगत अप्रैल से लेकर जुलाई माह तक जिले की अशासकीय गौशालाओं को एक करोड़ 98 लाख 94 हजार रुपए तथा शासकीय गौशालाओं को 30 लाख 13 हजार रुपए आर्थिक सहायता राशि प्रदान की गई है।उपसंचालक पशु पालन डॉ शुक्ला ने बताया कि जिले की अशासकीय गौशालाओं में 10931 गोवंश है, इसी प्रकार शासकीय गौशालाओं में 1656 गोवंश है, गौशालाओं के गोवंश हेतु शासन द्वारा राशि प्रदान की जाती है।

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