बिजली कटौती के कारण जायद मूंग का उत्पादन घटने की आशंका
बिजली बनी बाधा
(विशेष प्रतिनिधि )
16 मई 2022, इंदौर । बिजली कटौती के कारण जायद मूंग का उत्पादन घटने की आशंका – कुछ अर्सा पहले कृषक जगत ने जायद के मूंग उत्पादक किसानों से चर्चा की थी ,जिसमें किसानों ने गत वर्ष मिले उत्पादन को देखकर इस वर्ष भी अच्छा उत्पादन मिलने की उम्मीद जताई थी , जिसे 21 मार्च के अंक में प्रकाशित किया गया था। लेकिन अब बिजली कटौती के कारण हालात बदल गए हैं। बिजली के अनियमित प्रदाय के कारण पर्याप्त सिंचाई नहीं होने से फसल पर बुरा असर पड़ रहा है ,इसलिए किसानों ने इस वर्ष मूंग का उत्पादन घटने की आशंका जताई है।
मप्र में नर्मदापुरम संभाग जायद मूंग उत्पादक क्षेत्र के रूप में पहचाना जाता है। हर साल यहाँ के किसान गर्मी के मूंग का अच्छा उत्पादन लेते रहे हैं , लेकिन इस साल मप्र में कोयले की कमी और अन्य कारणों से बिजली का उत्पादन कम होने से किसानों को बिजली की कटौती का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण समय पर सिंचाई नहीं हो पा रही है। घाटली (इटारसी) के उन्नत कृषक श्री शरद वर्मा ने कहा कि पास में पथरोटा में बिजली स्टेशन होने से यहां 10 घंटे बिजली मिल रही है और फसल भी ठीक है। लेकिन दूर के गांवों में बिजली की समस्या आ रही है। सिवनी में भी बिजली का संकट है। इस कारण किसान परेशान हैं। श्री वर्मा ने कहा कि सरकार को समर्थन मूल्य पर मूंग बिक्री के लिए पंजीयन शुरू कर देना चाहिए। जबकि सबलवाड़ा खुर्द के श्री उमाशंकर वर्मा का कहना था कि अभी दिन में बिजली मिल रही है। फसल ठीक है। लेकिन जब तक बिजली की मांग और पूर्ति के अंतर को बराबर नहीं किया जाएगा ,तब तक बिजली का संकट बना रहेगा। वहीं रातातलाई के श्री रघुवीर सिंह ने कहा कि 50 एकड़ में जायद मूंग लगाए हैं ।सिर्फ 7 घंटे बिजली मिल रही है, उसमें भी बार-बार बिजली बंद होती है। वोल्टेज की कमी से मोटर भी नहीं चल पाती है। भूमि का जल स्तर भी नीचे चला गया है। तेज़ धूप पड़ रही है। पर्याप्त सिंचाई नहीं होने से फसल प्रभावित हो रही है। इससे मूंग का उत्पादन कम होगा।
श्री हरिशंकर जगदीश विश्वकर्मा मांगरूल (हंडिया ) ने बताया कि 9 एकड़ में जायद का मूंग लगाया है। हमारे यहाँ निर्धारित 10 घंटे में से मुश्किल से 4 -5 घंटे बिजली मिल रही है। अभी रात में 10 बजे से बिजली दी जा रही है ,उसमें भी कई बार बंद हो जाती है। इस कारण ठीक ढंग से सिंचाई भी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में इस साल जायद मूंग का उत्पादन घटने की आशंका है। जबकि सबलवाड़ा (इटारसी ) के श्री संजय चिमानिया ने कहा कि करीब 25 एकड़ में जायद मूंग लगाए हैं ,लेकिन बिजली की स्थिति बहुत गंभीर है। फसलें सूख रही है। 8 घंटे में से मुश्किल से 5 घंटे बिजली मिल रही है, उसे भी टुकड़े -टुकड़े में दिया जा रहा है। बिजली कटौती की कोई सीमा नहीं है। बिजली संकट के कारण समय पर सिंचाई नहीं होने से इस वर्ष मूंग का उत्पादन कम होने की आशंका है।