महू पशुचिकित्सा महावि़द्यालय की हीरक जयंती मनी
14 जनवरी 2023, महू: महू पशुचिकित्सा महावि़द्यालय की हीरक जयंती मनी – मध्यप्रदेश के मालवा अंचल में स्थित पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय महू के 68 वर्ष पूर्ण होने पर हीरक जयंती समारोह नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर, पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय महू एवं वेटरनरी कॉलेज महू एलुमनी एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में मनाया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सुश्री उषा ठाकुर , मंत्री पर्यटन एवं संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन थी। समारोह डॉ डी.के. शर्मा कुलपति डॉ बी.आर अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू के मुख्य आतिथ्य एवं कुलपति प्रोफेसर डॉ सीता प्रसाद तिवारी, नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर की अध्यक्षता में संपन्न हुआ ।विशिष्ट अतिथि डॉ उमेश चंद्र शर्मा, अध्यक्ष, भारतीय पशु चिकित्सा परिषद नई दिल्ली एवं डॉ आर.के मेहिया,संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग मध्यप्रदेश शासन भोपाल थे।
मंत्री पर्यटन एवं संस्कृति सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि इस संस्था से मेरा बहुत गहरा रिश्ता है क्योंकि मेरे पिताश्री स्वर्गीय श्री बी.एस. ठाकुर ने इस संस्था में शिक्षक के रूप में अपनी सेवाऍ प्रदान की है । डॅा. ब्रह्म प्रकाश शुक्ल, अधिष्ठाता, पशुचिकित्सा महाविद्यालय, ने अपने स्वागत भाषण में महाविद्यालय के गोरवशाली की जानकारी देते हुए अतिथियों का अभिनंदन किया। डॉ. आर के मेहिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि गुरुजनों ने हमको इस लायक बनाया कि हम मुक पशुओं की सेवा कर रहे हैं तथा पशुपालन के क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती है पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाले रोगों की रोकथाम जिसे हमारे पशु चिकित्सकों ने बहुत अच्छे से निभाया है।
डॉ डीके शर्मा ने महाविद्यालय प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुक्त पशुओं की सेवा उत्कृष्ट सेवा है और बताया कि इस विश्वविद्यालय में शिक्षण के अतिरिक्त अनुसंधान एवं विस्तार का कार्य भी बृहद स्तर पर चलाए जाते हैं। प्रो. (डॉ.) सीता प्रसाद तिवारी ने विश्व विद्यालय की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय प्रदेश में अग्रणी विश्वविद्यालयों में से एक है. उन्होंने बताया कि शीघ्र ही महू में डेयरी टेक्नोलॉजी महाविद्यालय प्रारंभ होने जा रहा है जिसका अनुमोदन शासन द्वारा किया जा चुका है । कई डिप्लोमा प्रोग्राम एवं सर्टिफिकेट कोर्सेज भी प्रारंभ किए जा रहे हैं। 45 करोड़ की 43 परियोजनाएं विश्वविद्यालय में चल रही हैं। विश्वविद्यालय का बजट 29 करोड से 48 करोड करा लिया गया है तथा इसको बढ़ाकर 71 करोड करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है ।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के इतिहास, गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर तैयार की गई स्मारिका का विमोचन भी किया गया तथा महाविद्यालय के पूर्व एल्यूमिनी का सम्मान किया। कार्यक्रम संचालन डॉ. संदीप नानावटी और डॉ. निधि श्रीवास्तव ने किया । आभार प्रदर्शन डॉ. हेमन्त कुमार मेहता, आयोजन सचिव, हीरक जयंती समारोह ने किया। इस समारोह में प्रथम बेच 1959 के कर्नल डॉ. चन्द्रकांत सूर्यवंशी और डॉ. सत्यदेव शर्मा (अमेरिका)के साथ डॉ. सुरेश दुआ (अमेरिका) सहित 2021 तक की बेच के लगभग 500 पूर्व विधार्थी सम्मिलित हुए। । यह जानकारी समारोह के मीडिया प्रभारी डॉ. आर.के. जैन ने दी ।
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