कलेक्टर ने की रबी सीजन कृषि आदान व्यवस्था की व्यापक समीक्षा
09 अक्टूबर 2020, झाबुआ। कलेक्टर ने की रबी सीजन कृषि आदान व्यवस्था की व्यापक समीक्षा – गत दिनों यहॉं कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्री रोहित सिंह की अध्यक्षता में कृषि आदान व्यवस्था की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में बीज, उर्वरक के भण्डारण की स्थिति के साथ ही विभागों की योजनाओं की प्रगति की व्यापक समीक्षा की गई।
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बुआई के लक्ष्य : झाबुआ जिले में इस वर्ष रबी सीजन में 102295 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसले बुआई का लक्ष्य है। जिसमें गेहॅूं 75 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में, चना 18 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में, जौं एवं अन्य 7 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में, मसूर 20 हेक्टेयर क्षेत्र में, मटर 140 हेक्टेयर क्षेत्र में, अन्य दलहन 10 हेक्टेयर क्षेत्र में, सरसों 30 हेक्टेयर क्षेत्र में, अलसी 60 हेक्टेयर क्षेत्र में, अन्य तिलहन 25 हेक्टेयर क्षेत्र में, गन्ना 10 हेक्टेयर क्षेत्र में और आलू एवं अन्य रबी फसलें 2 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बोई जाने का लक्ष्य शामिल है।
खाद -बीज की स्थिति : श्री सिंह ने रबी सीजन के लिए जिले में बीज, उर्वरक के भण्डारण की स्थिति की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि गेहूॅं 23 ,400 क्विंटल के लक्ष्य के विरूद्ध 23750 क्विंटल, चना 4690 क्विंटल के विरूद्ध 6500 क्विंटल उपलब्ध है। इसी प्रकार जिले में 24 हजार 400 टन रासायनिक उर्वरक भण्डारण का लक्ष्य है, जिसके विरूद्ध 6682 टन रासायनिक उर्वरक उपलब्ध है, जिसमें यूरिया 2959 टन, एसएसपी 1823 टन, डीएपी 923 टन, एमओपी 319 टन तथा एनपीके कॉम्पलेक्स 658 टन उपलब्ध है। इस बैठक में किसान कल्याण तथा कृषि विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, उद्यानिकी, मत्स्य पालन, केन्द्रीय सहकारी बैंक की योजनाओं का पावर पाईंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई। श्री सिंह ने उप संचालक कृषि को निर्देश दिए है कि वे रबी सीजन में रासायनिक खाद तथा बीज का पर्याप्त भण्डारण सुनिश्चित करे।
विभागीय योजनाओं की समीक्षा : कलेक्टर श्री सिंह ने विभागों की योजनाओं की प्रगति की व्यापक समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लक्ष्यपूर्ति के लिए हरसंभव प्रयास करें. बैठक में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना वर्ष 2019-20 की स्थिति और बीमा दावा राशि पर चर्चा की गई। साथ ही डायग्नोस्टिक विजिट संबंधी जानकारी प्रेषित की गई। श्री सिंह ने जिले के 26 विद्यालयों में खेल मैदान के लिए जमीन चिन्हांकन करने, प्रगतिशील किसानों के खेतों में छात्र-छात्राओं को भ्रमण कराने के लिए कार्यक्रम निर्धारित करने तथा इस पर होने वाले व्यय का प्राक्कलन तैयार करने के भी निर्देश दिए है। श्री सिंह ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने विभाग में नवाचार के कार्य करें । श्री सिंह ने ज्वार, बाजरा, कोदो कुटकी तथा कुल्थी के उत्पादन पर जोर दिया। उप संचालक सह परियोजना संचालक आत्मा ने आत्मा योजना अन्तर्गत संचालित गतिविधियां जैसे बेस्ट प्रेक्टीसेस वर्ष 2019-20 अन्तर्गत ब्रोकली कल्टीवेशन, एसडब्ल्यूआई, रेज्ड बेड तकनीकी से सोयाबीन, चने की खेती, एजीला उत्पादन तथा स्टेट लेवल बेस्ट फार्मर अवार्ड और टैक्नोलॉली डिसेमिनेशन डाक्युमेन्ट्री पावर पाईंट के माध्यम से प्रजेटेंशन प्रस्तुत किया गया।
इस बैठक में वन मण्डलाधिकारी श्री एम.एल. हरित, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सिद्धार्थ जैन, सहायक कलेक्टर श्री आकाश सिंह, उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास श्री एन.एस. रावत, परियोजना संचालक आत्मा श्री जी.एस. त्रिवेदी, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. विल्सन डावर, उपायुक्त सहकारिता श्री अम्बरीष वैद्य, कृषि वैज्ञानिक श्री तोमर, जिला शिक्षा अधिकारी श्री ओझा, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री विजय सिंह, सहायक संचालक मत्स्य पालन श्री भाटी सहित कृषि विभाग से जुड़े अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।