मुख्यमंत्री ने किया लोक मड़ई-कृषि मेले का शुभारंभ
1 मार्च 2021, रायपुर । मुख्यमंत्री ने किया लोक मड़ई-कृषि मेले का शुभारंभ – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम लाल बहादुर नगर में दीप प्रज्वलित कर लोक मड़ई एवं कृषि मेला का शुभारंभ किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि लोक मड़ई छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण लोक परंपरा है। यहां फसल आने के पहले और फसल आने के बाद मड़ई का आयोजन किया जाता है। यह हमारे रहन-सहन, खान-पान एवं जीवनशैली का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आज यहां आयोजित लोक मड़ई एवं कृषि मेला में राम वन गमन पथ के साथ अच्छी प्रदर्शनी लगाई गई है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। कुपोषण एवं अशिक्षा को दूर करने के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में कार्य किए जा रहे है। लाख को खेती का दर्जा प्रदान किया गया है, वहीं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लघु वनोपज की खरीदी की जा रही है। इस वर्ष 20 लाख 53 हजार किसानों से 92 लाख मीट्रिक टन रिकार्ड धान की खरीदी की गई है। जिसमें किसानों को 17 हजार 322 करोड़ का भुगतान किया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के समय जब लॉकडाऊन की स्थिति थी, ऐसे संकट के समय में किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत राशि प्रदान की गई। इस योजना के तहत किसानों को तीन किश्त की राशि दे दी गई है और चौथे किश्त की राशि 31 मार्च के पहले दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों के हित के लिए अनेक योजनाएं शासन द्वारा संचालित की जा रही है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम मंत्री श्री अमरजीत भगत ने कहा कि मड़ई मेला जिले की पहचान बन चुकी है। कला संस्कृति को अक्षुण्य बनाए रखने के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं।
वह सराहनीय है। छत्तीसगढ़ी गांव की संस्कृति की विशिष्ट पहचान है । छत्तीसगढ़ी गीत-संगीत की धाक अन्य राज्यों तक है। शासन द्वारा पिछले वर्ष आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया था। जिसमें देश-दुनिया के कलाकारों ने एक ही मंच पर प्रस्तुति दी। सबको जोडऩे की ताकत केवल संस्कृति में है और यह कार्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति तथा गीत-संगीत को मान-सम्मान और अभिमान मिला। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को देश-विदेश में पहचान दिलाने का अनुकरणीय कार्य किया।
उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किसानों की कर्ज माफी की और उनका धान खरीदा। किसान हितैषी मुख्यमंत्री किसानों की भलाई के लिए अनेक योजनाएं लेकर आए हैं। नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के तहत किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत बन रही है, वहीं शासन गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीद रही है। उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता, इमली, महुआ लघुवनोपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य में खरीदने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य है।
अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण तथा विधायक डोंगरगांव श्री दलेश्वर साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की लोक संस्कृति को आगे बढ़ाया है और पहली बार हरेली, तीजा साहित अन्य छत्तीसगढ़ी पर्व पर अवकाश दिया जा रहा है। सभी के स्नेह से यह आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम के अंत में कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि श्री धनेश पाटिला, श्री नवाज खान, श्री पदम कोठारी, श्री कुलबीर छाबड़ा, श्री भवेश सिंह, श्री चेतन साहू, श्री हीरा सोनी, श्री सुरेश सिन्हा, श्री टिकेश साहू, श्री सुयश नाहटा, श्री हीरा निषाद, श्री गुलाब वर्मा, श्री ललित लोढ़ा, श्री संजीव गोमस्ता, श्री राम छत्री चन्द्रवंशी, श्री अजय अग्रवाल, श्री प्रमोद अग्रवाल, श्री रामू साहू, श्री सुदेश मेश्राम, श्री नीखिल द्विवेदी सहित अन्य जनप्रतिधि एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।