मध्य प्रदेश की प्रमुख फसल सोयाबीन के एमएसपी में बढ़ोतरी
20 जून 2024, भोपाल: मध्य प्रदेश की प्रमुख फसल सोयाबीन के एमएसपी में बढ़ोतरी – सेंट्रल कैबिनेट ने विपणन सत्र 2024-25 के लिए खरीफ की प्रमुख फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। इस वृद्धि से मध्य प्रदेश के किसानों को मूंग और सोयाबीन की उपज के लिए अधिक लाभकारी मूल्य मिलने की उम्मीद है, जिससे उनके मुनाफे में बढ़ोतरी होगी I
मूंग और सोयाबीन के एमएसपी में वृद्धि
मूंग का एमएसपी 2023-24 में 8558 रुपये प्रति क्विंटल था, जिसे बढ़ाकर 2024-25 के लिए 8682 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यह वृद्धि 124 रुपये प्रति क्विंटल की है, हलाकि यह वृद्धि केवल 1% की है I
लेकिन मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य सभी खरीफ फसलों में सबसे अधिक है I
सोयाबीन का एमएसपी 2023-24 में 4600 रुपये प्रति क्विंटल था, जिसे बढ़ाकर 2024-25 के लिए 4892 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यह वृद्धि 292 रुपये प्रति क्विंटल की है। जो पिछले वर्ष की तुलना मे 6% अधिक है
फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (रुपये प्रति क्विंटल):
फसल | 2023-24 | 2024-25 | वृद्धि |
मूंग | 8558 | 8682 | 124 |
सोयाबीन (पीला) | 4600 | 4892 | 292 |
मध्य प्रदेश के किसानों पर प्रभाव
मध्य प्रदेश कृषि उत्पादन में देश के प्रमुख राज्यों में से एक है, जहां मूंग और सोयाबीन की खेती व्यापक पैमाने पर होती है। मूंग एक महत्वपूर्ण दलहन फसल है, जिसे खरीफ और रबी दोनों मौसमों में उगाया जाता है। यह फसल किसानों को त्वरित आर्थिक लाभ प्रदान करती है क्योंकि इसकी फसल अवधि छोटी होती है। सोयाबीन, दूसरी ओर, एक तीलहन फसल है जो मध्य प्रदेश के कृषि क्षेत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसकी उच्च तेल और प्रोटीन सामग्री के कारण इसका व्यावसायिक महत्व भी अधिक है।
मध्य प्रदेश में वर्ष 2023 में अनुमानित मूंग की खेती का कुल क्षेत्रफल 13.50 लाख हेक्टेयर था तथा कुल अनुमानित उत्पादन 18 लाख मीट्रिक टन था।
मध्य प्रदेश में वर्ष 2023 में अनुमानित सोयाबीन की खेती का कुल क्षेत्रफल 60.79 लाख हेक्टेयर था तथा कुल अनुमानित उत्पादन 66.75 लाख मीट्रिक टन था I
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