छत्तीसगढ़: किसान धान बेचने से पहले कराएं एग्रीस्टैक पर पंजीकरण, नहीं तो रुक सकता है भुगतान
13 अगस्त 2025, भोपाल: छत्तीसगढ़: किसान धान बेचने से पहले कराएं एग्रीस्टैक पर पंजीकरण, नहीं तो रुक सकता है भुगतान – छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों को शासकीय योजनाओं का लाभ सरलता से दिलाने के लिए एकीकृत किसान पोर्टल को एग्रीस्टैक पोर्टल से जोड़ा है। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए अब सभी किसानों को इस पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। जिन किसानों ने पहले धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया था, उन्हें भी संशोधन या कैरी फॉरवर्ड से पहले एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीकरण करना जरूरी होगा।
बिना एग्रीस्टैक पंजीकरण के कोई भी किसान धान विक्रय के लिए पात्र नहीं माना जाएगा। यह पंजीकरण किसान निकटतम लेम्प्स (सहकारी समिति) या ग्राहक सेवा केंद्रों में जाकर निःशुल्क करा सकते हैं।
एग्रीस्टैक से मिलेगा योजनाओं का लाभ
एग्रीस्टैक पोर्टल में पंजीकृत किसानों को ‘कृषक उन्नति योजना’ का भी लाभ मिलेगा। इस योजना के अंतर्गत, जो किसान पिछले खरीफ में धान की जगह अन्य खरीफ फसलें (जैसे मक्का, तिलहन, दलहन आदि) लगाए थे और जिनकी गिरदावरी में फसल की पुष्टि हुई है, उन्हें प्रति एकड़ 11,000 रुपये तक की आदान सहायता दी जाएगी।
वहीं, यदि किसान मक्का, दलहन, तिलहन, लघु धान्य (जैसे कोदो, कुटकी, रागी) या कपास की खेती करते हैं, तो उन्हें प्रति एकड़ 10,000 रुपये की सहायता मिलेगी। इसके लिए पंजीकरण और गिरदावरी दोनों का सही होना जरूरी है। किसानों से अपील की गई है कि वे जल्द से जल्द एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीकरण कराएं, ताकि इन योजनाओं का लाभ मिल सके।
एग्रीस्टैक क्या है और क्यों जरूरी है?
एग्रीस्टैक एक डिजिटल इकोसिस्टम है, जिसे भारत सरकार ने किसानों की सभी जानकारी को एक ही प्लेटफॉर्म पर जोड़ने के लिए तैयार किया है। इसमें किसानों की पहचान, भूमि रिकॉर्ड, आय, कर्ज, फसल, बीमा आदि की जानकारी डिजिटल रूप से जोड़ी जाती है। हर किसान को एक डिजिटल आईडी मिलेगी, जो उनके आधार नंबर से जुड़ी होगी।
एग्रीस्टैक से सरकार की योजनाओं जैसे पीएम किसान सम्मान निधि, फसल बीमा, खाद-बीज सब्सिडी आदि सीधे किसानों के खाते में पहुंचेंगी। इससे पारदर्शिता, समयबचत और योजनाओं की सटीकता सुनिश्चित होगी। किसान को कर्ज, बीमा, तकनीकी सलाह, मौसम की जानकारी और बाजार से जुड़ाव जैसे कई फायदे एक ही प्लेटफॉर्म से मिलेंगे।
एक बार रजिस्ट्रेशन से होंगे कई फायदे
एक बार डिजिटल किसान की आईडी बन जाने पर बार-बार दस्तावेज देने की जरूरत नहीं होगी। किसान को सस्ता लोन, बीमा और कृषि उपकरण आदि की जानकारी भी सीधे एग्रीस्टैक से मिलेगी। इसलिए सभी किसानों से अपील है कि वे शासन की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए समय रहते एग्रीस्टैक पोर्टल में निःशुल्क पंजीकरण जरूर कराएं।
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