राज्य कृषि समाचार (State News)फसल की खेती (Crop Cultivation)

चंबल का प्रणाम अधिक फसलों की पहचान

11 जुलाई 2025, भोपाल: चंबल का प्रणाम अधिक फसलों की पहचान – फसलों में विभिन्न पोषक तत्वों की पूर्ति करने के लिए पिछले माह चम्बल फर्टिलाइजर एंड केमिकल्स लि, द्वारा प्रणाम उत्पात लॉन्च किया । नैनो फास्फोरस आधारित यह उत्पाद मृदा उर्वरता बढ़ाने ,जड़ों के विकास को प्रोत्साहित करने के साथ पर्यावरण हितैषी है । यह फसलों के बेहतर उत्पादन में सहायक है। कंपनी के म, प्र, क्षेत्रीय प्रबंधक श्री विशाल शर्मा ने बताया कि प्रणाम उत्पाद पौधों के लिए पारंपरिक फास्फेटिक उर्वरकों का एक प्रभावशाली पूरक है ।

यह बॉयोजेनिक नैनोटेक्नोलॉजी विधि द्वारा बनाया गया है। पौधों के लिए फास्फोरस के साथ ही फसलों के लिए अन्य आवश्यक पोषक तत्व जैसे पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सल्फर , मैंगनीज और लोह उपलब्ध कराता है जो की फसल उत्पादन बढ़ाने में सहायक पोषक तत्व रहते हैं। मृदा और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाये बिना फसलों की पोषक संबंधी आवश्यकताओं को प्रणाम पूरा करता है । श्री शर्मा ने बताया प्रणाम के उपयोग से एक समान और अधिक बीज अंकुरण होता है जिससे पौधों में जड़ों का समुचित विकास और तने को मजबूती प्रदान होती है। फसलों के एक समान पकाव में सहायक है । इसके प्रयोग से फसलों में अधिक कल्ले ,शाखाएं फलियां बालीयो का निर्माण होता है । फूल, फल निर्माण और बीज उत्पादन में सुधार करता है फसलों की उपज में 10 से 12 प्रतिशत की वृद्धि करने में प्रणाम लाभकारी है।साथ ही फसल उपज की गुणवत्ता को सुधरता है। रासायनिक उर्वरकों की प्रयोग मात्रा को कम करने में सहायक के अलावा फसलो की गुणवत्ता बनाए रखने में भी इसकी उल्लेखनीय भूमिका रहती है। इसके प्रयोग से फसलों के साथ साथ मनुष्य के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है। इसका भंडारण एवं परिवहन भी आसान होता है। खेती की लागत को कम करने और आर्थिक लाभ बढ़ाने में भी प्रणाम के प्रमुख कार्य हैं जैविक खेती में प्रयोग के लिए अनुशंसित नैनों उर्वरक भी है। जो की भूमि और पर्यावरण को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक रहता है । उक्त उत्पाद की गत दिवस भोपाल में भव्य लांचिंग अवसर पर नई दिल्ली से आये कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधक श्री अरुण जग्गी, महाप्रबंधक श्री राघवेंद्र मणि तिवारी एवं श्री सुधांशु पांडे ,श्री आशुतोष कौरव सहित कंपनी के 150 वितरक एवं विक्रेता उपस्थित थे।

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