मोटे दलिया से डायबिटीज में लाभ
18 सितम्बर 2024, भोपाल: मोटे दलिया से डायबिटीज में लाभ – मोटा और खुरदरा दलिया खाना डायबिटीज वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। शोधकर्ताओं ने एक नए अध्ययन में पाया है कि अनाज के अपरिष्कृत टुकड़ों वाले दलिया का सेवन करने से खून में शर्करा का स्तर उल्लेखनीय मात्रा में कम हो सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, मोटा दलिया खाने से पेट में शर्करा को पचाने की रफ्तार कम हो जाती है। इससे खून में शर्करा की मात्रा में कमी आती है। गेहूं शर्करा का एक अच्छा है और इसमें फाइबर भी काफी होता है।
मौजूद शर्करा अपेक्षाकृत जल्दी पचता है। किंग्स कॉलेज लंदन की अगुआई में किए गए अध्ययन से पता चला कि जब प्रतिभागियों ने गेहूं का मोटा, खुरदरा और अपेक्षाकृत बड़े दानों वाला दलिया खाया तब उनके खून में शर्करा के स्तरों पर गिरावट आई। लेकिन जब प्रतिभागियों ने महीन और चिकने दलिया का सेवन किया तब खून में शर्करा के स्तर में पहले जैसी कमी नहीं आई। शोधकर्ताओं ने कहा, प्रतिभागियों को दिया गया दोनों तरह का दलिया समान अनाज से बना था और उनमें पोषक तत्वों की मात्रा एक समान थी। लेकिन अध्ययन ने दिखाया कि डायबिटीज के मरीजों द्वारा लिए गए मोटे और खुरदरे दलिया को पचने में अपेक्षाकृत ज्यादा समय लगा। इससे रक्त में शर्करा का स्तर नीचे आया जो ऐसे मरीजों को राहत पहुंचाएगा।
सुधार: मोटा दलिया धीरे-धीरे पचता है जिससे शरीर में कम शर्करा पहुंचती है। मलीन और चिकना दलिया खाने से शरीर को अधिक शर्करा मिलती है।
दो घंटे में 33 फीसदी तक घटी रक्त शर्करा: प्रतिभागियों के मोटा दलिया खाने के दो घंटे के अंदर रक्त शर्करा में 33 फीसदी की कमी देखी गई। जबकि इंसुलिन में भी 43 फीसदी की कमी दर्ज की गई। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि प्रतिभागियों ने जब महीन दलिया खाया तब उनमें शर्करा की पहले जैसी कमी देखने को नहीं मिली। प्रमुख शोधकर्ता कैथरीना एडवड्र्स ने कहा, हमारे अध्ययन ने दिखाया कि एक आसान तरीके से शरीर को भोजन से अधिक शर्करा या कैलोरी ग्रहण करने से रोका जा सकता है। खास बात यह है कि यह पौधों से मिलने वाले तत्वों के कुदरती ढांचे के जरिये किया जाता है। मोटा और रुखा दलिया मोटापे और दिल की बीमारियों से प्रभावित लोगों के लिए भी लाभदायक है।
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