हरियाणा में 32वां मैंगो मेला शुरू: 6 राज्यों के किसानों ने दिखाई आमों की 1000 से ज्यादा किस्में
07 जुलाई 2025, भोपाल: हरियाणा में 32वां मैंगो मेला शुरू: 6 राज्यों के किसानों ने दिखाई आमों की 1000 से ज्यादा किस्में – हरियाणा में आम प्रेमियों के लिए एक बड़ी सौगात के रूप में आज से तीन दिवसीय 32वां अंतरराज्यीय मैंगो मेला शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पंचकूला जिले के पिंजौर स्थित यादवेंद्र गार्डन में इस मेले का शुभारंभ किया। इस खास आयोजन में हरियाणा समेत 6 राज्यों- पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, महाराष्ट्र और मेज़बान हरियाणा के बागवानी किसान शामिल हुए हैं।
इस बार के मेले की खास बात यह है कि इसमें 1000 से अधिक आमों की किस्मों की भव्य प्रदर्शनी लगाई गई है। इन किस्मों में 2 ग्राम से लेकर ढाई किलो तक के आम भी देखने को मिल रहे हैं, जो आमप्रेमियों और किसानों दोनों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
33 साल पुराना समृद्ध इतिहास
हरियाणा का यह मैंगो मेला 1992 में शुरू हुआ था, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री भजन लाल ने इसकी नींव रखी थी। तब से लेकर अब तक यह मेला न सिर्फ राज्य बल्कि उत्तर भारत का एकमात्र प्रमुख आम मेला बन चुका है, जिसमें अन्य राज्यों को भी आमंत्रित किया जाता है।
वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की भी भागीदारी
इस बार के आयोजन में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार और बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल के वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया गया है। इन विशेषज्ञों के मार्गदर्शन से किसान नई तकनीकों और आम की उन्नत किस्मों के बारे में जानकारियाँ प्राप्त कर सकेंगे।
सरकार ने अंबाला, कुरुक्षेत्र, पंचकूला और यमुनानगर जिलों के 1000 आम उत्पादकों को विशेष रूप से आमंत्रित किया है, ताकि वे अन्य राज्यों के बागवानों से अनुभव साझा कर सकें और नई किस्मों की जानकारी पा सकें।
‘आम रत्न’ और ‘आम केसरी’ पुरस्कार
इस मेले की एक और खास बात यह है कि हर साल की तरह इस बार भी सरकार की ओर से श्रेष्ठ आम उत्पादकों को पुरस्कृत किया जाएगा। हरियाणा के किसानों को ‘आम रत्न’ पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं, अन्य राज्यों से आए किसानों को ‘आम केसरी’ पुरस्कार दिया जाएगा। इन दोनों श्रेणियों में विजेताओं को ₹11,000 की नगद राशि दी जाएगी।
प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक रंग
1. पर्यटन विभाग की ओर से इस मौके पर कई प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जा रहा है।
2. मैंगो इटिंग कॉम्पिटिशन
3. स्कूली बच्चों के लिए ड्राइंग और क्विज़
4. क्राफ्ट बाजार, सांस्कृतिक कार्यक्रम और फूड कोर्ट भी मेले की शोभा बढ़ा रहे हैं।
850+ से बढ़कर 1000 किस्मों का लक्ष्य
पिछले वर्ष इस मेले में करीब 850 किस्मों की प्रदर्शनी लगी थी, जबकि इस बार 1000 से अधिक किस्मों की वैरायटी देखने को मिल रही है। यह हरियाणा की बागवानी उन्नति और किसानों की मेहनत का प्रमाण है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: