उज्जैन जिले में 24,997 टन खाद उपलब्ध
29 अक्टूबर 2025, उज्जैन: उज्जैन जिले में 24,997 टन खाद उपलब्ध – उप संचालक कृषि , उज्जैन से प्राप्त जानकारी अनुसार जिले में वर्तमान में 24,997 मी .टन खाद उपलब्ध है। जिसमें यूरिया 6,026 मी . टन (सहकारी 3599 मी . टन, निजी 2427 मी .टन), डीएपी 2773 मी .टन (सहकारी 1826 मी . टन ,निजी 947 मी .टन),एनपीके 3,654 मी . टन (सहकारी 1,699 मी . टन, निजी 1955 मी . टन), एस एस पी 11,771 मी .टन. (सहकारी 4,176 मी .टन, निजी 7,595 मी .टन) उपलब्ध है।
जिले में सहकारी एवं निजी विक्रय केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में उर्वरक का भण्डारण हैं। उर्वरक वितरण की व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए किसानों से निवेदन है कि जो किसान भाई सहकारी संस्था के नियमित सदस्य है,वह संबंधित संस्था से उर्वरक का उठाव करें ताकि अन्य किसान भाई निकटतम निजी या डबल लाक से उर्वरक प्राप्त कर सकें ।
जिले में आलू, लहसुन, प्याज बोने वाले किसान भाईयो का सलाह दी जाती है कि एन पी के 12:32:18 के स्थान पर एन पी के के अन्य विकल्प जैसे एन पी के 16:16:16, एन पी के 10:28:26, एग पी के 20:20:0:13 का उपयोग कर सकते हैं। उक्त विकल्पो में भी फसल की जरूरत अनुरूप समान पोषक तत्व उपलब्ध है जो कि एन पी के 12:32:16 में हैं। अन्य विकल्पों के उपयोग से भी उतना ही फसल उत्पादन प्राप्त होगा जितना एन पी के 12:32:16 से होता है। कृषकों से आग्रह है कि वह खाद का बोवनी की आवश्यकतानुसार उठाव कर सकते हैं। जिले को उर्वरक की लगातार रेक प्राप्त हो रही है, जिससे मांग अनुरूप खाद उपलब्धता भविष्य में भी सुनिश्चित होती रहेगी।
कृषकों से निवेदन है कि पारंपरिक उर्वरक (यूरिया/डीएपी) उपयोग के स्थान पर नैनों उर्वरक (नैनो यूरिया /नैनो डीएपी) को भी अपनाएं जिससे पारंपरिक उर्वरकों पर निर्भरता कम होगी और फसल की गुणवत्ता के साथ भण्डारण और परिवहन में सुगमता होगी साथ ही साथ कम लागत में बेहतर उत्पादन प्राप्त होगा। समस्त उर्वरक विक्रेताओं को निर्देशित किया जाता है कि अपने उर्वरक विक्रय प्रतिष्ठान पर उर्वरक दर एवं स्टॉक का प्रदर्शन करें साथ ही उर्वरक के साथ कोई अन्य सामग्री टैगिंग के रूप में ना देवें। उर्वरक काला बाजारी / अधिक दर पर विक्रय करने या कोई अन्य सामग्री की टैगिंग करने पर संबंधित विक्रेता के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही की जावेगी।
आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture


