राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

ICRISAT और SERP की साझेदारी से किसानों की आय होगी दोगुनी? जानिए योजना

03 मई 2025, नई दिल्ली: ICRISAT और SERP की साझेदारी से किसानों की आय होगी दोगुनी? जानिए योजना – तेलंगाना के किसानों के सामने आने वाली फसल कटाई के बाद नुकसान, भंडारण और प्रसंस्करण सुविधाओं की कमी जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स (ICRISAT) और सोसाइटी फॉर एलिमिनेशन ऑफ रूरल पॉवर्टी (SERP) ने हाथ मिलाया है। दोनों संस्थानों ने 22 अप्रैल 2025 को एक महत्वपूर्ण समझौता पत्र (MoA) पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत 2028 तक तेलंगाना में 2,500 एग्रो-प्रोसेसिंग इकाइयाँ स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है।

इस साझेदारी का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी आजीविका को सशक्त बनाने के लिए समावेशी एग्रो-प्रोसेसिंग बिजनेस मॉडल और उद्यमिता विकास पर आधारित परियोजना को लागू करना है। यह परियोजना किसानों को कृषि-व्यवसाय में कौशल प्रदान करने, तकनीकी ज्ञान बढ़ाने, गुणवत्ता नियंत्रण को मजबूत करने और घरेलू व अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुँच सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।

ICRISAT के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक ने इस परियोजना के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “यह परियोजना भारतीय किसानों के सामने मौजूद दो प्रमुख चुनौतियों—उचित बाजार पहुँच और बिचौलियों के शोषण से मुक्ति—का समाधान करती है। हमें इस मिशन में असफल होने का जोखिम नहीं उठाना चाहिए। मुझे विश्वास है कि ICRISAT और SERP मिलकर अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करके तेलंगाना में इस पहल को सफल बनाएंगे, जिसे भविष्य में पूरे भारत में लागू किया जा सकता है।”

किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में कदम

इस परियोजना का एक मुख्य लक्ष्य किसानों, विशेष रूप से महिला किसानों, को मूल्य संवर्धन (वैल्यू एडिशन) और प्राथमिक प्रसंस्करण का प्रशिक्षण देना है। SERP तेलंगाना की मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिव्या देवराजन ने इसकी आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, “किसान अपनी फसलों को अपने बच्चों की तरह पालते हैं, लेकिन बिचौलियों के पास बेचते समय उन्हें अक्सर अपमान और अनुचित कीमतों का सामना करना पड़ता है। ICRISAT के साथ इस साझेदारी के माध्यम से हम किसानों को मूल्य संवर्धन और प्राथमिक प्रसंस्करण का ज्ञान देंगे। यह विशेष रूप से महिला किसानों के जीवन को बदलने, उन्हें असीमित अवसर, सम्मान और अपनी उपज के विपणन में विकल्प प्रदान करने का हमारा साहसिक प्रयास है।”

ICRISAT की भूमिका और कार्ययोजना

ICRISAT का एग्रीबिजनेस इनक्यूबेशन प्लेटफॉर्म (AIP) इस परियोजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह प्लेटफॉर्म अपनी वैश्विक नेटवर्क और तेलंगाना सरकार के साथ स्थानीय कृषि-व्यवसाय अनुभव का उपयोग करेगा। परियोजना में व्यवहार्यता विश्लेषण, तकनीकी सहायता और क्षमता निर्माण को एकीकृत करने की योजना है।

इसके अलावा, परियोजना को केंद्र सरकार की योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम औपचारीकरण योजना (PMFME), कृषि अवसंरचना कोष (AIF) और दीनदयाल अंत्योदय योजना—राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) के साथ जोड़ने की संभावनाएँ तलाशी जा रही हैं।

चुनौतियाँ और संभावनाएँ

तेलंगाना में किसानों को अक्सर भंडारण सुविधाओं की कमी और प्रसंस्करण इकाइयों के अभाव के कारण अपनी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पाता। बिचौलियों पर निर्भरता के कारण उनकी आय भी सीमित रहती है। इस परियोजना के माध्यम से न केवल किसानों को तकनीकी और व्यावसायिक कौशल प्रदान किया जाएगा, बल्कि उनकी उपज को बाजार तक पहुँचाने के लिए एक मजबूत ढाँचा भी तैयार किया जाएगा।

हालाँकि, इस तरह की महत्वाकांक्षी परियोजना को लागू करने में कई चुनौतियाँ भी हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता की पहुँच, छोटे और सीमांत किसानों की वित्तीय स्थिति, और बाजारों तक निर्बाध पहुँच सुनिश्चित करना कुछ प्रमुख बाधाएँ हो सकती हैं। फिर भी, ICRISAT और SERP की संयुक्त विशेषज्ञता और सरकार की योजनाओं के साथ तालमेल इस परियोजना को सफल बनाने में मदद कर सकता है।

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