केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने किया कर्नाटक के 3 उत्कृष्टता केंद्रों का उद्घाटन
15 जून 2021, नई दिल्ली । केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने किया कर्नाटक के 3 उत्कृष्टता केंद्रों का उद्घाटन – बागवानी के क्षेत्र में इजरायल तकनीक आगे बढ़ाने के लिए, कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री बी.एस. येदियुरप्पा और केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज संयुक्त रूप से भारत-इजरायल कृषि परियोजना (आईआईएपी) के तहत कर्नाटक में स्थापित 3 उत्कृष्टता केंद्रों (सीओई) का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री व क्षेत्रीय सांसद श्री प्रहलाद जोशी विशेष अतिथि थे।
कृषि मंत्रालय, का एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच) और मशाव (MASHAV) – इज़राइल की अंतर्राष्ट्रीय विकास सहयोग एजेंसी, इज़राइल के सबसे बड़े G2G सहयोग का नेतृत्व कर रहे हैं। भारत में 12 राज्यों में 29 ऑपरेशनल सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस सहित, स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप उन्नत इज़राइली एग्रो-प्रौद्योगिकी को लागू कर रहे हैं। इन 29 पूर्णतः क्रियाशील सीओई में से 3 कर्नाटक से हैं। ये हैं- आम के लिए कोलार, अनार के लिए बगलकोट और सब्जियों के लिए धारवाड़। उत्कृष्टता के ऐसे केंद्र ज्ञान सृजित करते हैं, सर्वोत्तम प्रथाओं का प्रदर्शन करते हैं और अधिकारियों तथा किसानों को प्रशिक्षित करते हैं।
कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने कहा कि तकनीक के मामले में दोनों देश एक साथ काम कर रहे हैं, जिसका परिणाम अच्छे रूप में परिलक्षित हो रहा है। इजराइल की तकनीक से स्थापित सेंटर्स बहुत सफल रहे हैं।
श्री तोमर ने कहा कि इजराइल के तकनीकी सहयोग से 34 सी.ओ.ई. अनुमोदित किए गए हैं, जिनमें से 29 सेन्टर्स सफलतापूर्वक अपनी भूमिका निभा रहे हैं । इन सी.ओ.ई. में हर साल 50 हजार ग्राफ्ट पौध उत्पादन व 25 लाख सब्जियों की पौध के उत्पादन की क्षमता है ।
श्री तोमर ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इन केंद्रों द्वारा विलेजि़ज ऑफ एक्सीलेन्स के रूप में विकसित करने के लिए 10 गांवों को गोद लिया जा रहा है। श्री तोमर ने कहा कि भारत, विश्व में बागवानी फसलों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। भारत विश्व की कुल फलों तथा सब्जियों का लगभग 12 प्रतिशत उत्पादन करता है। वर्ष 2019-20 के दौरान, भारत ने भारतीय बागवानी के इतिहास में 320.77 मिलियन मीट्रिक टन के उच्चतम बागवानी उत्पादन का रिकार्ड बनाया है। इसी तरह, वर्ष 2020-21 में बागवानी उत्पादन 326.6 मिलियन मीट्रिक टन होने की संभावना है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले ज्यादा है। विश्व में बागवानी फसलों का भारत दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक तो है, लेकिन हमें विश्व बागवानी व्यापार में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाने की जरूरत है।
भारत में इज़राइल के राजदूत डॉ. रॉन मल्का ने कहा कि हम कृषि में कर्नाटक सरकार के साथ सहयोग करने के लिए गर्वित व उत्साहित हैं, जो भारत-इजरायल साझेदारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आज हमने तीन उत्कृष्टता केंद्रों का उद्घाटन ऐसे समय में किया है, जब हमारे देशों के बीच संबंध मजबूत और विस्तारित हो रहे हैं। यह राज्य के कृषि क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर है और स्थानीय किसानों को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा में बढ़त देगा।
समारोह में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला व श्री कैलाश चौधरी, कृषि सचिव श्री संजय अग्रवाल, संयुक्त सचिव श्री राजबीर सिंह एवं अन्य अधिकारी, इजराइल दूतावास- मशाव के काउंसलर श्री डान अल्लफ, कर्नाटक के बागवानी के प्रधान सचिव श्री राजेंद्र कुमार कटारिया और बागवानी निदेशक सुश्री बी. फोजिया तरन्नुम, इजरायल के विदेश व कृषि मंत्रालय तथा कर्नाटक के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।