केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान ने की किसान संगठनों से मुलाकात
24 सितम्बर 2024, नई दिल्ली: केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान ने की किसान संगठनों से मुलाकात – केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिनों की गई घोषणा के मुताबिक आज मंगलवार को नई दिल्ली स्थित पूसा परिसर में किसान संगठनों से मुलाकात की। श्री चौहान ने आज भारतीय किसान यूनियन के नेताओं से भेंट की। कृषि मंत्री द्वारा शुरू संवाद की पहल का सभी किसानों-संगठनों ने स्वागत किया और सीधे बातचीत के लिए सभी ने कृषि मंत्री शिवराज सिंह का आभार माना।
कृषि मंत्री श्री चौहान ने रखी अपनी बात – श्री चौहान ने कहा कि कृषि क्षेत्र के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार काम हो रहा है। कृषि जगत से जुड़ी अनेक योजनाएं पिछले 10 वर्षों में लागू की गई है और ये क्रम जारी है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में अभी तक 7 बड़ी योजनाएं मंजूर की इन योजनाओं पर केंद्र सरकार 15 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी, जिससे किसानों को लाभ होगा। 2817 करोड़ रु. डिजिटल कृषि मिशन के लिए दिए जाएंगे, टेक्नालाजी द्वारा कृषि सुधार जारी।देश में कृषि उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाने पर सरकार द्वारा निरंतर ध्यान दिया जा रहा है।कृषि निर्यात को बढ़ावा देने हेतु प्याज व बासमती चावल पर न्यूनतम निर्यात मूल्य खत्म किया। दलहन में आत्मनिर्भरता के लिए ठोस कदम उठाएं हैं। तुअर, उड़द व मसूर एक-एक दाना खरीदेंगे। कच्चे तेल (पाम, सोया, सूरजमुखी) पर प्रभावी आयात शुल्क को 5.5% से बढ़ाकर 27.5% व रिफाइंड तेल पर 13.75% से बढ़ाकर 35.75% करने का ऐतिहासिक निर्णय हाल ही में लिया है। पीएम अन्नदाता आय संरक्षण अभियान(PM-आशा) 35 हजार करोड़ रु. के साथ जारी रखना मंजूर किया है।आंध्रप्रदेश व तेलंगाना में मंत्रियों ने स्वयं दौरा कर बाढ़ से प्रभावित किसानों से मुलाकात की। किसानों व देश हित में फैसले लिए जा रहे हैं, किसानों के साथ मिल-बैठकर समाधान का प्रयास करेंगे। किसानों की भलाई के लिए अंतरात्मा की आवाज पर पूरी ईमानदारी से कोशिश कर रहे हैं।
किसानों एवं किसान संगठन के सुझाव – किसानों को सभी फसलों के उचित दाम दिलाने ,फल-सब्जी, दूध, शहद आदि का भी उचित भाव मिले, बाजार हस्तक्षेप योजना को और प्रभावी बनाया जाए। प्राकृतिक आपदाओं के मद्देनजर फसल बीमा योजना में छोटे किसानों की चिंता की जाए। जलवायु परिवर्तन से कृषि को बचाने के लिए वृहद कार्ययोजना लाई जाए। किसानों को सस्ते-प्रामाणिक बीज उपलब्ध हों, किसान सम्मान निधि के संबंध में आवश्यक संशोधन करें। आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा की व्यवस्था की जाए। देश से कृषि उत्पादों का निर्यात निर्बाध जारी रहे। देश में जरूरत से अधिक व असमय कृषि आयात को नियंत्रित करने जैसे सुझाव दिए गए।
किसानों-किसान संगठनों से संवाद के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राप्त सुझावों का तत्काल गंभीरतापूर्वक वर्कआउट करें और किसानों के हित में जो भी कार्य किए जा सकते हैं , इसकी पूरी प्लानिंग मेरे समक्ष रखें ताकि आवश्यक निर्णय लेकर उन्हें लागू किया जा सके।किसानों की भलाई, उनके उत्थान के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।
कृषि मंत्री का कथन – केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा हर मंगलवार किसानों, किसान संगठनों से दिल्ली में संवाद के क्रम की शुरुआत के बाद कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा है और किसान की सेवा हमारे लिए भगवान की पूजा है।पिछली बार जब 100 दिन की उपलब्धियां की चर्चा मैं कर रहा था, तब यह तय किया था कि हर मंगलवार को किसान या किसान संगठन, उनसे मिलने का क्रम प्रारंभ करूंगा, क्योंकि कई बार ऑफिस मैं बैठकर समस्याएं समझ में नहीं आती है। जिनकी समस्याएं हैं उनसे सीधे संवाद करना चर्चा करना और कोई विषय आए तो उसका समाधान करना यह हमारा कर्तव्य है।
आज मैंने अलग-अलग किसान संगठनों से बातचीत चालू की है लगभग 50 किसान नेताओं से भेंट की है और उनके अनेकों सुझाव आए हैं । कुछ फसलों के मूल्य से संबंधित है कुछ फसल बीमा योजना के बारे में है, जो पशु खुले घूमते हैं उसके कारण नुकसान के बारे में है। किसान की जब फसल आए तब कौन से फैसला होने चाहिए, उसके बारे में अनेक सुझाव आए है। मैं ऑफिसर्स की टीम के साथ बैठकर उन्हें हम वर्कआउट करेंगे और वर्कआउट करके जो हो सकता है वह करने का प्रयत्न हम करेंगे, सौहार्दपूर्ण वातावरण में किसान संगठनों से चर्चा हुई है और श्री मोदी जी के कई निर्णयों की किसानों ने प्रशंसा की है।जैसे अभी-अभी पाम ऑयल पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाकर इफेक्टिव हो गई 27.5% किसानों ने प्रशंसा की कि ये अच्छा फैसला है वैसे बासमती से मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस हटाई है किसानों ने प्रशंसा की, प्याज के निर्यात के लिए जो एक्सपोर्ट ड्यूटी 40% से घटाकर 20% की किसानों ने उसकी भी प्रशंसा की, वैसे ही तुअर, उड़द और मसूर सरकार पूरी खरीदेगी तो ऐसे कई फैसलों की प्रशंसा की है।यह संवाद जो हमने प्रारंभ किया है वह सबके मन को भाया है यह संवाद लगातार जारी रहेगा। हमारे अपने किसानों से हम बात भी करेंगे और उनकी समस्याओं का ईमानदारी से समाधान करने का प्रयास भी हम करेंगे।
किसान प्रतिनिधि मंडल में बागपत और पंजाब के किसानों ने श्री चौहान से भेंट की। किसान नेता श्री सतेंद्र सिंह तुगाना के साथ मिले प्रतिनिधि मंडल श्री धर्मपाल सिंह, श्री धर्मवीर सिंह श्री राजपाल सिंह ,श्री संजीव सिंह ,श्री वीरसेन सिंह ,श्री महावीर सिंह,श्री धर्मेन्द्र सिंह श्री योगेन्द्र सिंह , श्री नरेन्द्र सिंह के अलावा श्री रघुनाथ दादा पाटिल महाराष्ट्र श्री अशोक बालियान उत्तर प्रदेश,श्री केपी सिंह,श्री धर्मेंद्र मलिक उत्तर प्रदेश,श्री सलविंद सिंह,श्री सुरेंद्र सिंह चौहान दिल्ली,श्री हरि चंद्र गहलोत,श्री सेवा सिंह आर्य,श्री अमन सिंह हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष, श्री अमन सिंह ,श्री राजेंद्र सिंह जिलाध्यक्ष, श्री उधम सिंह । श्री मांगेराम त्यागी – भारतीय किसान यूनियन और दलजीत कौर रंधावा शामिल थे।
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