पशु टीकाकरण अभियान का दिखा असर, कई राज्यों में मुंहपका और ब्रुसेलोसिस जैसी बीमारियां हुईं कम
07 अगस्त 2025, नई दिल्ली: पशु टीकाकरण अभियान का दिखा असर, कई राज्यों में मुंहपका और ब्रुसेलोसिस जैसी बीमारियां हुईं कम – पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एलएचडीसीपी) के तहत चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान की वजह से खुरपका-मुंहपका (एफएमडी), ब्रुसेलोसिस और गांठदार त्वचा रोग (एलएसडी) जैसे पशुओं के रोगों के फैलाव को रोकने में मदद मिली है। सीरो-मॉनिटरिंग में सुरक्षात्मक टाइटर्स में बढ़ोतरी देखने को मिली है और सीरो निगरानी से यह भी संकेत मिला है कि रोग फैलने की प्रवृत्ति घट रही है।
एफएमडी के मामले 2019 में 132 से घटकर 2024 में 93 हो गए हैं। 2025 के जून तक सिर्फ़ 6 एफएमडी प्रकोप दर्ज किए गए हैं। ब्रुसेलोसिस के मामले भी 2019 में 20 से घटकर 2024 में केवल 5 रह गए। एलएसडी की घटनाएं फिलहाल केवल महाराष्ट्र में सक्रिय हैं। कुल मिलाकर, रोगों की घटनाएं अब छिटपुट रूप में सामने आ रही हैं।
टीकों की गुणवत्ता और आपूर्ति सुनिश्चित करने के प्रयास
एलएचडीसीपी योजना के तहत सरकार निम्न कदम उठा रही है:
1. एफएमडी, ब्रुसेलोसिस, पीपीआर और क्लासिकल स्वाइन फीवर (सीएसएफ) जैसी बीमारियों के लिए 100% केंद्रीय सहायता दी जाती है।
2. टीकों की खरीद केंद्रीय स्तर पर की जाती है और कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाता है।
3. टीकों की आपूर्ति और उपयोग पर नियमित निगरानी की जाती है ताकि कहीं भी कमी न हो।
प्रयोगशालाओं और उत्पादन इकाइयों को भी मिल रही सहायता
राज्य/संघ राज्य क्षेत्रों की प्रयोगशालाओं और जैविक उत्पादन इकाइयों (बीपीयू) को पशु रोग नियंत्रण सहायता (ASCAD) के अंतर्गत सहायता दी जाती है। इसके अलावा टीकों की गुणवत्ता जांच और अनुसंधान कार्यों के लिए देश के कई प्रमुख संस्थानों को फंडिंग दी जाती है, जैसे:
1. ICAR-NIFMD भुवनेश्वर
2. ICAR-IVRI बरेली
3. ICAR-IVRI बेंगलुरु
4. ICAR-NIVEDI बेंगलुरु
5. चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य संस्थान, बागपत
पशु चिकित्सकों की स्थिति और रिक्त पद
पशुपालन राज्य सरकार का विषय है। राज्य ही पशु चिकित्सा सुविधाओं की स्थापना और कर्मचारियों की भर्ती करता है। सिक्किम सरकार की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, स्वीकृत 84 पदों में से फिलहाल 50 पशु चिकित्सा अधिकारी कार्यरत हैं। हाल ही में राज्य ने रिक्त पदों को भरने के लिए 55 नए पद अधिसूचित किए हैं। सिक्किम में एलएचडीसीपी के तहत किसानों के द्वार पर सेवाएं देने के लिए 6 मोबाइल वेटरनरी यूनिट (MVU) सक्रिय हैं।
देशभर में पशु चिकित्सकों और पशुधन की स्थिति
राष्ट्रीय कृषि आयोग के मुताबिक, प्रत्येक 5,000 मवेशियों पर एक पशु चिकित्सक होना चाहिए। 31.02.2024 तक भारत में 87,914 पंजीकृत पशु चिकित्सक हैं। वहीं, 20वीं पशुधन जनगणना के अनुसार, देश में पशुधन की कुल आबादी करीब 53.7 करोड़ है।
सिक्किम में पिछले तीन वर्षों के दौरान रिपोर्ट की गई बीमारियों के प्रकोप का विवरण
क्र.सं. | रोग | 2022 | 2023 | 2024 |
1 | एफएमडी | 0 | 0 | 3 |
2 | एचएस | 1 | 0 | 0 |
3 | एलएसडी | 0 | 20 | 10 |
यह जानकारी केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर के रूप में दी।
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