चावल, गेहूं और मक्का जैसी फसलें होगी प्रमुख, अलग-अलग राज्यों के लिए जारी हुई अधिसूचना
06 सितम्बर 2024, नई दिल्ली: चावल, गेहूं और मक्का जैसी फसलें होगी प्रमुख, अलग-अलग राज्यों के लिए जारी हुई अधिसूचना – सरकार ने अलग-अलग राज्यों के लिए फसलों की वैरायटियों के लिए अधिसूचना को जारी कर दिया है. इनमें गेहूं, मक्का और चावल जैसी फसलें प्रमुख है.
फसलों की इन वैरायटी को अलग-अलग राज्यों में खेती के लिहाज से जारी किया गया है. फसलों की किस्मों को अधिसूचित करने वाली सब कमेटी ने मक्के की एक वैरायटी को खारिज कर दिया जिसका नाम ज्वार मक्का (बी) 2201 (सीएचसी-2201) है. यह खुले में परागण होने वाली किस्म है जिसे दिल्ली, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के लिए सिफारिश की गई थी. इसका प्रस्ताव अधूरा रहा, इसलिए सब-कमेटी ने इसकी अधिसूचना को रद्द कर दिया.
कृषि मंत्रालय की सेंट्रल सब कमेटी ने जारी की
इन फसलों की अधिसूचना कृषि मंत्रालय की सेंट्रल सब कमेटी ने जारी की है. अधिसूचना जारी होने से पहले गस्त को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद यानी कि ICAR के डिप्टी डायरेक्टर जनरल डॉ. टीआर शर्मा की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. इसमें स्पॉन्सरिंग अथॉरिटी की ओर से फसलों को जारी करने की सिफारिश मिली थी जिस पर आईसीएआर की सब कमेटी ने विचार करने के बाद वैरायटी को जारी करने की अधिसूचना जारी की. वैरायटी की अधिसूचना के लिए सब कमेटी की अगली बैठक नवंबर के अंतिम हफ्ते में होगी. अधिसूचना में सबसे अधिक चावल की 44 वैरायटी हैं जो अलग-अलग राज्यों के लिए जारी की गई हैं. इसके बाद गेहूं की ब्रेड और ड्यूरम की एक-एक वैरायटी हैं. जौ की एक वैरायटी है. मक्के की 13 वैरायटी को हरी झंडी दी गई है. इसके अलावा ज्वार की एक,, तिल की एक, सोयाबीन की दो, मूंगफली की दो, सूरजमुखी की तीन, चने की तीन, अरहर की दो, मसूर की तीन, मटर की चार, बरसीम की दो, चारा ज्वार की दो, चारा मक्का की चार, चारा मोती बाजरा की चार, चारा जई की चार, लूसर्न घास की एक, गन्ने की पांच, जूट की दो, अनाज की छह और कपास की 61 किस्में हैं. इसके अलावा कुछ वैरायटी को नोटिफाई करने के लिए प्रस्ताव दिया गया है. चावल की 27, गेहूं की छह, मक्के की 15, बाजरा की चार, रागी की पांच, छोटा बाजरा की दो, चना की छह, मटर की एक, मसूर की एक, मूंग की छह, उड़द की एक, राजमा की दो, गन्ने की चार, कपास की दो, तंबाकू की दो, चिया सीड और ईसबगोल की एक-एक वैरायटी हैं.
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: