सर्दी बढ़ने के साथ देश में गेहूं की बुवाई में तेजी आई
(निमिष गंगराड़े)
नई दिल्ली। इस वर्ष अतिवृष्टि की मार से जूझ रहे किसान भाई अब खरीफ फसलों से हुए नुकसान को भूलकर रबी की बुवाई में जुट गए हैं। गेहूं की बुवाई अभी तक लगभग 97 लाख हे. में हो चुकी है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बुवाई के फसल वार आंकड़ों के अनुसार 22 नवंबर तक राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में गेहूं के बुवाई रकबे में गति आई है। वहीं पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, बिहार, गुजरात जैसे राज्यों से कम बुवाई के समाचार मिल रहे हैं। पर कृषि मंत्रालय के सूत्रों ने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में गेहूं की बुवाई जोर पकड़ेगी और अपने सामन्य क्षेत्रफल 305 लाख हे. को पार कर जाएगी। चने का क्षेत्रफल अभी 13.56 प्रतिशत पीछे हैं। गतवर्ष समान अवधि में 61.91 लाख हे. में चना लग चुका था, जबकि अभी 48.35 लाख हे. तक ही पंहुच पाया है। चने का सामान्य क्षेत्र 93.53 लाख हे. है। इस रबी में कृषि मंत्रालय ने 326.78 लाख टन उर्वरक का आकलन किया है जिसमें यूरिया, डीएपी, एमओपी, कॉम्पलेक्स, एसएसपी आदि शामिल हैं।
तिलहनी फसलें : रबी की तिलहनी फसलों में प्रमुख सरसों की बुवाई गत वर्ष की तुलना में लगभग समान है अभी तक 50.71 लाख हे. में सरसों की बुवाई हो गई है। सरसों का सामान्य क्षेत्रफल 60.48 लाख हे. है।
मोटे अनाज : देश में मोटे अनाजों की बुवाई जारी है। ज्वार, मक्का, बाजरा जैसे प्रमुख मोटे अनाजों की बुवाई 22 नवंबर को जारी आंकड़ों के मुताबिक 21.33 लाख हे. में हो चुकी है। इसका सामान्य क्षेत्रफल 60.78 लाख हे. है।
म.प्र. में गेहूं की बोनी 21 लाख हे. में प्रदेश में रबी फसलों की बुवाई अब तक लगभग 46.99 लाख हेक्टेयर में कर ली गई है। जो लक्ष्य के विरूद्ध 39 फीसदी है। गत वर्ष इस समय तक 67.41 लाख हेक्टेयर में बोनी कर ली गई थी। रबी की प्रमुख फसल गेहूं की बोनी भी लगभग 21 लाख हेक्टेयर में हो गई है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में गेहूं 24.94 लाख हे. में बोया गया था। कृषि विभाग के मुताबिक राज्य में रबी फसलों का सामान्य क्षेत्र 107.74 लाख हेक्टेयर है। चालू रबी में 119.18 लाख हेक्टेयर में फसलेें लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरुद्ध अब तक 46.99 लाख हेक्टेयर में बोनी की गई है। जो लक्ष्य के विरुद्ध 39.4 फीसदी एवं सामान्य क्षेत्र के विरुद्ध 43.6 फीसदी है। जानकारी के मुताबिक रबी की प्रमुख फसल गेहूं की बोनी अब तक 21.39 लाख हेक्टेयर में की गई है जबकि गत वर्ष इस अवधि में 24.94 लाख हे. में बुवाई हुई थी। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक चालू माह गेहूं की बुवाई के साथ साथ अन्य रबी फसलों की बोनी के लिए महत्वपूर्ण है। तापमान में और कमी आने के बाद गेहूं की बुवाई में तेजी आने की संभावना है। दलहनी फसलों में मुख्यत: चने की बोनी 14.07 लाख हे. में कर ली गई है जो लक्ष्य 34.15 के विरुद्ध 41.2 फीसदी है। इसी प्रकार मटर 1.33 लाख हे. में एवं मसूर 3.06 लाख हे. में बोई गई है। राज्य में अब तक कुल दलहनी फसलें 18.64 लाख हे. में बेाई जा चुकी है। इसी प्रकार राज्य में तिलहनी फसलों की बोनी अब तक 6.18 लाख हेक्टेयर में हो गई है। इसमें मुख्य सरसों की फसल 5.30 लाख हेक्टेयर में एवं अलसी व अन्य तिलहनों की बोनी 88 हजार हेक्टेयर में कर ली गई है वहीं गन्ने की बुवाई अब तक 34 हजार हेक्टेयर में हुई है। |
प्रमुख रबी फसलों की बुवाई 22 नवम्बर की स्थिति (लाख हे. में)फसल सामान्य बुवाई क्षेत्र 2019-20 2018-19 गेहूं 305.58 96.77 99.64 धान 42.76 6.80 6.85 दलहन 146.00 71.26 88.27 चना 93.53 48.35 61.91 मसूर 14.19 8.44 10.13 मोटे अनाज 60.78 21.33 24.00 |