राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

श्री शिवराज सिंह की बिल गेट्स के साथ कृषि व ग्रामीण विकास  को लेकर सार्थक चर्चा

17 मार्च 2025, नई दिल्ली: श्री शिवराज सिंह की बिल गेट्स के साथ कृषि व ग्रामीण विकास  को लेकर सार्थक चर्चा – केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और गेट्स फाउंडेशन के श्री बिल गेट्स की आज कृषि भवन, नई दिल्ली में बैठक आयोजित हुई। इस दौरान कृषि एवं ग्रामीण विकास के विभिन्न विषयों को लेकर सार्थक चर्चा हुई। बैठक में केंद्रीय कृषि सचिव श्री देवेश चतुर्वेदी, केंद्रीय ग्रामीण विकास सचिव श्री शैलेष सिंह सहित दोनों मंत्रालयों के तथा आईसीएआर के अधिकारी व गेट्स फाउंडेशन के श्री हरी मेनन व श्री अल्केश आडवाणी भी उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह ने बताया कि हमने कृषि, खाद्य सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण, तकनीकी नवाचार और ग्रामीण विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया। गेट्स फाउंडेशन के सहयोग व प्रतिबद्धता के लिए आभार व्यक्त करते हुए श्री शिवराज सिंह ने कहा कि भारत व गेट्स फाउंडेशन के बीच साझेदारी को और गहरा करने की असीम संभावनाएं हैं, विशेषकर डिजिटल कृषि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बायोटेक्नोलॉजी एवं जलवायु अनुकूलित कृषि तकनीकी के क्षेत्र में। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा आजीविका मिशन महिला सशक्तिकरण का आंदोलन बन गया, जिसने महिलाओं की जिंदगी बदल दी है।

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वहीं, श्री बिल गेट्स ने कहा कि भारत में हो रहा कृषि अनुसंधान श्रेष्ठ है, जिससे बाकी दुनिया को भी फायदा हो सकता है। चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह ने श्री बिल गेट्स से कहा कि भारत, ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के सिद्धांत पर चलते हुए वैश्विक कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। भारत सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामयाः और ‘परहित सरिस धरम नहीं भाई’ के विचार में विश्वास करता है। उन्होंने आशा जताई कि हम गेट्स फाउंडेशन व अन्य वैश्विक साझेदारों के साथ मिलकर विश्व के तमाम देशों में, खासकर गरीब और पिछड़े क्षेत्रों की मदद करने
के लिए नवाचार, तकनीक तथा समावेशी विकास को बढ़ावा देकर भूखरहित, सशक्त और आत्मनिर्भर विश्व केनिर्माण में योगदान देंगे।

बैठक में श्री बिल गेट्स ने भारत में हो रहे कृषि अनुसंधान की सराहना करते हुए कहा कि इससे पूरी दुनिया को बहुत फायदा हो सकता है, जिस पर श्री शिवराज सिंह ने कहा कि हमारी बेस्ट प्रेक्टिसेस दुनिया के साथ साझा करने में हमें बहुत खुशी होगी। श्री चौहान ने कहा कि गेट्स फाउंडेशन ने कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालयों के साथ साझेदारी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, विशेष रूप से जी-20 के दौरान तथा डिजिटल एग्रीकल्चर एवं एग्रीकल्चर क्रेडिट में तकनीकी विशेषज्ञता उपलब्ध कराकर, जिसके लिए आभार जताया, साथ ही कहा कि गेट्स फाउंडेशन द्वारा स्वास्थ्य, कृषि, पोषण व गरीबी उन्मूलन के लिए किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं, जो लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बना रहे हैं, हमारी परंपरा ऐसे महानुभावों का सम्मान करना सिखाती है।

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केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह ने कहा कि पिछले एक दशक में भारत ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में गरीबी उन्मूलन, महिला सशक्तिकरण तथा कृषि विकास के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। इस दौरान भारत, दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है और अनुमान है यह वृद्धि आने वाले वर्षों में भी जारी रहेगी। यह प्रधानमंत्री श्री मोदी की सशक्त नीतियों का परिणाम है। प्रयागराज कुंभ मेले में 45 दिनों के दौरान लगभग 66 करोड़ लोगों ने स्नान किया, जो हमारी प्रबंधन क्षमता का उत्कृष्ट उदाहरण है। श्री
शिवराज सिंह ने कहा कि भारत न केवल दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, बल्कि हमारे प्रधानमंत्री के शब्दों में मदर ऑफ डेमोक्रेसी भी है। हमने संसद, राज्य विधानसभाओं व स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए संवैधानिक आरक्षण लागू कर नीति-निर्माण में उनकी पूर्ण भागीदारी सुनिश्चित की, जो अपने आप में मिसाल है।

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श्री शिवराज ने कहा कि कृषि क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। पिछले दशक में कृषि क्षेत्र में भारत की औसत वार्षिक वृद्धि 4% से अधिक रही है। वैश्विक कृषि भूमि व स्वच्छ जल संसाधनों का 4% से भी कम होने के बावजूद, भारत दुनिया की 18% मानव आबादी व 15% पशुधन को खाद्य सुरक्षा प्रदान करता है। भारत बाजरा, मसाले, दूध, दालों का सबसे बड़ा उत्पादक व चावल, गेहूं, फल-सब्जियों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। पोषण सुरक्षा को प्राथमिकता देते भारत जलवायु-अनुकूलित व सतत कृषि पद्धतियों को बढ़ावा दे रहा है, जैसे प्राकृतिक खेती, जैविक कृषि और जलवायु-स्मार्ट तकनीकें। कृषि सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है।
भारत कुल वार्षिक बजट का 10-11% कृषि व संबंधित क्षेत्रों पर खर्च करता है, जो ₹5 लाख करोड़ से अधिक है।भारत कृषि में तकनीकी के उपयोग को प्राथमिकता दे रहा है, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहा हैं, जिसमें क्रांतिकारी एग्रीस्टैक पर कार्य चल रहा है। भारत 11 करोड़ किसानों को एक क्लिक में सीधे बैंक खातों में राशि ट्रांसफर करने में सक्षम है। पीएम फसल बीमा योजना, जो दुनिया की सबसे बड़ी बहु-जोखिम फसल बीमा योजना है, डिजिटल क्रॉप कटिंग, सैटेलाइट इमेजरी और ऑटोमेटेड वेदर डेटा के माध्यम से ऑनलाइन क्लेम सेटलमेंट कर रही है। तकनीक में अभी भी असीम संभावनाएं हैं। हम विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में तकनीकी सहयोग की अपेक्षा रखते हैं और गेट्स फाउंडेशन के साथ इस दिशा में कार्य करने को इच्छुक हैं।केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह ने कहा कि भविष्य की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमारा ध्यान जलवायु-प्रतिरोधी और बायो फोर्टिफाइड किस्मों के विकास पर है। आईसीएआर ने 2900 से अधिक फसल किस्में विकसित की हैं, जिनमें से 85% जलवायु-प्रतिरोधी और 179 बायो फोर्टिफाइड हैं। गेट्स फाउंडेशन, आईसीएआर के साथ कार्य कर रहा है, इस क्षेत्र में और अधिक तकनीकी सहभागिता की संभावनाएं हैं। उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ गेट्स फाउंडेशन के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि आपने मॉडल क्लस्टर लेवल फेडरेशन को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बैठक में कृषि पैदावार बढ़ाना, डिजिटल कृषि विस्तार प्रणाली, प्रिसिजन एग्रीकल्चर, खाद्य-पोषण सुरक्षा, समावेशी आजीविका कार्यक्रम, लखपति दीदी, ड्रोन दीदी, उन्नत पशु वैक्सीन, कृषि और ग्रामीण विकास में दक्षिण-दक्षिण एवं वैश्विक सहयोग को बढ़ाने के उपायों सहित विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई, साथ ही दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को सहयोग करने के प्रति आश्वस्त किया।

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