शिवराज सिंह चौहान का बड़ा फैसला: अब कृषि स्नातक में 20% सीटों पर ICAR परीक्षा से होगा दाखिला
04 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली: शिवराज सिंह चौहान का बड़ा फैसला: अब कृषि स्नातक में 20% सीटों पर ICAR परीक्षा से होगा दाखिला – केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि शिक्षा से जुड़ी एक बड़ी समस्या का समाधान करते हुए देशभर के छात्र-छात्राओं और उनके माता-पिता को राहत दी है। उन्होंने घोषणा की है कि अब देश के कृषि विश्वविद्यालयों में 20% स्नातक सीटें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) द्वारा आयोजित अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षा (CUET-ICAR) के माध्यम से भरी जाएंगी।
इस नई व्यवस्था के तहत अब 12वीं कक्षा में बायोलॉजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स या कृषि विषय पढ़ने वाले सभी छात्र समान पात्रता के साथ इस परीक्षा में भाग ले सकेंगे। “एक देश-एक कृषि-एक टीम” की भावना को ध्यान में रखते हुए अब प्रवेश प्रक्रिया पारदर्शी और समान अवसरों पर आधारित होगी। इससे हर राज्य के छात्रों को बराबरी का मौका मिलेगा, चाहे उन्होंने 12वीं में कोई भी मान्यता प्राप्त विज्ञान विषय पढ़ा हो।
छात्रों की परेशानी पर तुरंत लिया संज्ञान
मंत्री चौहान ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से B.Sc. (कृषि) में दाखिले को लेकर छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग पात्रता मानदंड, विषय संयोजन और नियमों के कारण कई योग्य छात्र कृषि शिक्षा से वंचित हो जाते थे। यह मुद्दा हाल ही में सोशल मीडिया और कुछ राज्यों के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से उनके सामने आया था।
इस पर उन्होंने तुरंत गंभीरता दिखाई और ICAR के महानिदेशक डॉ. मांगी लाल जाट को निर्देश दिया कि वे देशभर के कृषि विश्वविद्यालयों और उनके कुलपतियों से चर्चा करके इस समस्या का समाधान निकालें। विश्वविद्यालयों और ICAR की टीम ने मिलकर जल्दी ही एक सर्वमान्य और व्यावहारिक समाधान पर काम शुरू कर दिया।
ICAR कोटे की 3121 सीटों में से 2700 कृषि छात्रों के लिए उपलब्ध
इस फैसले के तहत 2025-26 से लागू होने वाली व्यवस्था में ICAR कोटे के तहत देशभर के 50 कृषि विश्वविद्यालयों की कुल 3121 सीटें शामिल होंगी। इनमें से लगभग 2700 सीटें (लगभग 85%) उन छात्रों के लिए आरक्षित होंगी, जिन्होंने 12वीं में कृषि/इंटर कृषि विषय पढ़ा है।
इन 50 विश्वविद्यालयों में से 42 ने ABC (एग्रीकल्चर, बायोलॉजी, केमिस्ट्री) विषय संयोजन को पात्रता मान लिया है, जबकि 3 विश्वविद्यालयों ने PCA (फिजिक्स, केमिस्ट्री, एग्रीकल्चर) को भी मान्यता दी है। बाकी 5 विश्वविद्यालयों को अपने बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की स्वीकृति की जरूरत है, लेकिन उन्होंने 2026-27 से कृषि विषय को पात्रता में शामिल करने का आश्वासन दिया है।
शिवराज सिंह ने ICAR और विश्वविद्यालयों को धन्यवाद दिया
श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस तेज़ी से समाधान निकालने और छात्रों के हित में तुरंत बदलाव लागू करने के लिए ICAR के महानिदेशक और उनकी टीम की सराहना की। साथ ही, कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को भी धन्यवाद दिया जो इस सुधार में सक्रिय भागीदार बने।
उन्होंने कहा कि इस कदम से अब देश के हर हिस्से के छात्र-छात्राओं को समान अवसर मिलेंगे और कृषि शिक्षा को लेकर वर्षों से चली आ रही पात्रता संबंधी उलझनें समाप्त हो जाएंगी। यह सुधार सीधे तौर पर लगभग 3000 छात्रों को लाभ पहुंचाएगा और भविष्य में यह संख्या और भी बढ़ सकती है।
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