राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

कृषि स्टार्टअप्स का नया दौर: नवाचार और उद्यमिता को मिल रही है नई दिशा

27 जुलाई 2024, नई दिल्ली: कृषि स्टार्टअप्स का नया दौर: नवाचार और उद्यमिता को मिल रही है नई दिशा – कृषि मंत्रालय ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) के “नवाचार और कृषि-उद्यमिता विकास” कार्यक्रम के तहत देश में कृषि स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस कार्यक्रम के तहत देशभर में कुल 1708 कृषि स्टार्टअप्स को समर्थन दिया गया है।

कृषि स्टार्टअप इकोसिस्टम को पोषित करने के लिए, सरकार ने 2023-24 से शुरू होने वाले तीन वर्षों के लिए 300 करोड़ रुपये का कृषि त्वरक कोष स्थापित करने की मंजूरी दी है।

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राज्यवार कृषि स्टार्टअप्स की संख्या:

क्रसं.राज्य और केंद्रशासित प्रदेशकुल स्टार्टअप की संख्या
1आंध्र प्रदेश61
2अरुणाचल प्रदेश13
3असम49
4बिहार48
5छत्तीसगढ़79
6गोवा2
7गुजरात47
8हरियाणा84
9हिमाचल प्रदेश33
10 जम्मू-कश्मीर24
11झारखंड7
12कर्नाटक211
13केरल97
14मध्य प्रदेश68
15महाराष्ट्र226
16मणिपुर22
17मेघालय2
18मिजोरम25
19नगालैंड2
20ओडिशा61
21पंजाब52
22राजस्थान66
23तमिलनाडु137
24तेलंगाना98
25त्रिपुरा13
26उत्तर प्रदेश86
27उत्तराखंड32
28पश्चिम बंगाल17
29दिल्ली एनसीआर41
30अंडमान – निकोबार1
31चंडीगढ़3
32पांडिचेरी1
 कुल1708

भारत सरकार ने कृषि स्टार्टअप्स को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करके उनके विकास और संवर्धन के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है। 2018-19 से राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) के तहत “नवाचार और कृषि उद्यमिता विकास” कार्यक्रम को लागू किया गया है, जिसमें 5 नॉलेज पार्टनर्स (केपी) और 24 आरकेवीवाई एग्रीबिजनेस इनक्यूबेटर (आर-एबीआई) स्थापित किए गए हैं।

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कार्यक्रम के तहत स्टार्टअप्स को अवधारणा/प्री सीड स्टेज पर 5 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता और बीज चरण में 25 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान किया जाता है। अब तक, कृषि स्टार्टअप्स को 122.50 करोड़ रुपये की तकनीकी और वित्तीय सहायता दी गई है।

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उद्यमिता विकास की दिशा में एक और कदम

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा में इस जानकारी को साझा करते हुए बताया कि कृषि स्टार्टअप्स विभिन्न क्षेत्रों जैसे सटीक कृषि, कृषि मशीनीकरण, आपूर्ति श्रृंखला, जैविक खेती, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन में अत्याधुनिक तकनीक और नवाचार का लाभ उठा रहे हैं।

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