‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना और डीबीटी पोर्टल 2.0 का शुभांरभ, कृषि मशीनीकरण को मिलेगी नई रफ्तार
11 जुलाई 2025, नई दिल्ली: ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना और डीबीटी पोर्टल 2.0 का शुभांरभ, कृषि मशीनीकरण को मिलेगी नई रफ्तार – कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने नई दिल्ली में एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया, जहां दो अहम पहलों – ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ और डीबीटी प्लेटफॉर्म 2.0 की शुरुआत की गई। इन योजनाओं का मकसद किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ना और कृषि कार्यों को आसान बनाना है। इस मौके पर मंत्रालय के सचिव ने ड्रोन के जरिए खेती में पोषक तत्वों के छिड़काव के लिए फसल-विशेष मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) का भी अनावरण किया, जिससे पूरे देश में ड्रोन संचालन में एकरूपता और वैज्ञानिक दिशा मिलेगी।
इस अवसर पर, अपने उद्घाटन भाषण में कृषि कल्याण मंत्रालय के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि कृषि योजनाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म बहुत जरूरी हैं। उन्होंने बताया कि डीबीटी पोर्टल 2.0 और नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत नया ड्रोन पोर्टल किसानों को सब्सिडी के साथ मशीनें पाने का सही और पारदर्शी तरीका देगा। इससे हर किसान को समान मौका मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि देश के छोटे और सीमांत किसानों की मदद के लिए कृषि मशीनरी वितरण प्रणाली को बेहतर बनाना जरूरी है।
क्या है डीबीटी प्लेटफॉर्म 2.0?
नया डीबीटी पोर्टल वर्जन 2.0 किसानों को सब्सिडी वाली कृषि मशीनरी पारदर्शी और आसान तरीके से उपलब्ध कराने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अब किसान बिना किसी दलाल या लंबी प्रक्रिया के डिजिटल माध्यम से सब्सिडी का लाभ पा सकेंगे। इससे सब्सिडी में देरी, कागजी अड़चनें और पारदर्शिता की कमी जैसे पुराने मुद्दों का समाधान होगा।
‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना से महिलाएं बनेंगी ड्रोन ऑपरेटर
‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के तहत देश की स्वयं सहायता समूहों (SHG) से जुड़ी महिलाओं को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षित महिलाएं अब खाद और कीटनाशकों के छिड़काव जैसे कृषि कार्यों के लिए ड्रोन का उपयोग कर सकेंगी। यह पहल महिलाओं को रोजगार देने के साथ-साथ खेती को आधुनिक, सटीक और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में अहम कदम है।
इस योजना के अंतर्गत एक नया ड्रोन पोर्टल भी विकसित किया गया है, जो ड्रोन संचालन की मैपिंग और ट्रैकिंग, पायलट प्रशिक्षण एवं प्रमाणन प्रबंधन और एकीकृत डैशबोर्ड जैसी सुविधाएं देगा। यह पोर्टल सभी राज्यों को भेजा गया है ताकि वे इसकी समीक्षा कर कार्यान्वयन की योजना बना सकें। इससे न केवल ड्रोन गतिविधियों पर निगरानी बेहतर होगी बल्कि सभी हितधारकों को एक ही मंच पर जोड़ा जा सकेगा।
नई व्यवस्था से किसानों को मिलेगा समय पर लाभ
कार्यशाला में नए डीबीटी पोर्टल 2.0 और नमो ड्रोन दीदी पोर्टल का लाइव प्रदर्शन किया गया। इससे राज्यों के अधिकारियों को यह समझने में मदद मिली कि नई तकनीक से किसानों को कैसे बेहतर और पारदर्शी लाभ दिया जा सकता है। नए पोर्टल से सब्सिडी में देरी, पारदर्शिता की कमी और मैन्युअल अड़चनों जैसी समस्याएं दूर होंगी। अब ये पोर्टल किसानों को डिजिटल तरीके से तेज़ और स्पष्ट रूप से लाभ देने में मदद करेंगे। कार्यशाला के दौरान राज्यों के नोडल अधिकारियों ने अपने-अपने अनुभव और अच्छे प्रयोग (बेस्ट प्रैक्टिस) भी साझा किए। इससे पोर्टल को और बेहतर बनाने और कृषि मशीनरी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने का रोडमैप तैयार किया जा सकेगा।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में डॉ. देवेश चतुर्वेदी, सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, डॉ. प्रमोद कुमार मेहरदा, अपर सचिव और श्रीमती एस. रुक्मणी, संयुक्त सचिव (एम एंड टी) की गरिमामयी उपस्थिति देखी गयी। इस कार्यशाला में केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य कृषि एवं ग्रामीण विकास विभागों और प्रमुख उर्वरक कंपनियों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
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