न्यूनतम समर्थन मूल्य 2024: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए तुअर, मूंग, सोयाबीन, उड़द की बुवाई सबसे अधिक लाभदायक
21 जून 2024, भोपाल: न्यूनतम समर्थन मूल्य 2024: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए तुअर, मूंग, सोयाबीन, उड़द की बुवाई सबसे अधिक लाभदायक – भारत सरकार ने विपणन सत्र 2024-25 के लिए खरीफ की प्रमुख फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। मध्य प्रदेश के किसानों के लिए यह एक अच्छा निर्णय है, खासकर तुअर, मूंग, सोयाबीन और उड़द की फसलों के संदर्भ में। इन फसलों की बुवाई अब किसानों के लिए सबसे अधिक लाभदायक साबित होगी।
फसल | 2020-21 | 2021-22 | 2022-23 | 2023-24 | वृद्धि | 2024-25 |
अरहर/ तुअर | 6000 | 6300 | 6600 | 7000 | 550 | 7550 |
मूंग | 7196 | 7275 | 7755 | 8558 | 124 | 8682 |
सोयाबीन | 3880 | 3950 | 4300 | 4600 | 292 | 4892 |
उड़द | 6000 | 6300 | 6600 | 6950 | 450 | 7400 |
न्यूनतम समर्थन मूल्य 2024 में वृद्धि के साथ, मध्य प्रदेश के किसानों के लिए तुअर, मूंग, सोयाबीन और उड़द की बुवाई सबसे अधिक लाभदायक साबित होगी।
केंद्र सरकार ने एमएसपी में वृद्धि के साथ ही किसानों के लिए कई अन्य योजनाएं भी लागू की हैं, जैसे कि सस्ते ऋण, कृषि यंत्रों पर सब्सिडी और फसल बीमा योजनाएं। इन सभी उपायों का उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करना और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाना है।
तुअर/अरहर की बुवाई
अरहर/तुअर मध्य प्रदेश में व्यापक रूप से उगाई जाती है। तुअर दाल प्रोटीन का महत्वपूर्ण स्रोत है और इसकी उच्च मांग बनी रहती है। तुअर दाल नकदी फसल है जो की 110 से 130 दिनों के भीतर तैयार हो जाती है।
इस वर्ष तुअर की एमएसपी में 550 रुपये की वृद्धि हुई है। मध्य प्रदेश में वर्ष 2023 में अनुमानित अरहर/तुअर की खेती का कुल क्षेत्रफल 1.55 लाख हेक्टेयर था तथा कुल अनुमानित उत्पादन 1.72 लाख मीट्रिक टन था।
मूंग की बुवाई
मूंग एक प्रमुख दलहन फसल है और इसका उत्पादन 75 से 90 दिनों की अवधी में होता है, जिससे किसानों को त्वरित लाभ की उम्मीद रहती है। इस वर्ष मूंग की एमएसपी में 124 रुपये की वृद्धि हुई है। मध्य प्रदेश में वर्ष 2023 में अनुमानित मूंग की खेती का कुल क्षेत्रफल 13.50 लाख हेक्टेयर था तथा कुल अनुमानित उत्पादन 18 लाख मीट्रिक टन था।
सोयाबीन की बुवाई
इस वर्ष सोयाबीन की एमएसपी में 292 रुपये की वृद्धि हुई है। सोयाबीन का उत्पादन मध्य प्रदेश में प्रमुखता से होता है और यह किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण नकदी फसल है। इसका तेल और अन्य उत्पादों के लिए उच्च मांग बनी रहती है।, जिससे किसानों को अच्छे मूल्य मिलते हैं।
मध्य प्रदेश में वर्ष 2023 में अनुमानित सोयाबीन की खेती का कुल क्षेत्रफल 60.80 लाख हेक्टेयर था तथा कुल अनुमानित उत्पादन 66.75 लाख मीट्रिक टन था।
उड़द की बुवाई
उड़द की एमएसपी में 450 रुपये की वृद्धि हुई है। उड़द की दाल का उपयोग व्यापक रूप से होता है और यह प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। इसका उत्पादन 70 से 85 दिनों की अवधी में होता है। मध्य प्रदेश में वर्ष 2023 में अनुमानित उड़द की खेती का कुल क्षेत्रफल 8 लाख हेक्टेयर था तथा कुल अनुमानित उत्पादन 5 लाख मीट्रिक टन था।
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