राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)पशुपालन (Animal Husbandry)

लम्पी स्किन डिजीज पर महाराष्ट्र की पहल: वैक्सीन निर्माण में नई दिशा

14 जनवरी 2025, नई दिल्ली: लम्पी स्किन डिजीज पर महाराष्ट्र की पहल: वैक्सीन निर्माण में नई दिशा – केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय (एफएएचडी) ने आज पुणे के जी.डी. मदुलकर नाट्य गृह में उद्यमिता विकास सम्मेलन 2025 का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का विषय था, “उद्यमियों को सशक्त बनाना: पशुधन अर्थव्यवस्था में बदलाव”। केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह ने इसका उद्घाटन किया। उनके साथ राज्य मंत्री श्री एस.पी. सिंह बघेल, श्री जॉर्ज कुरियन और महाराष्ट्र की पर्यावरण मंत्री श्रीमती पंकजा मुंडे भी उपस्थित रहीं।

इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य पशुधन क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देना, निवेश आकर्षित करना और रोजगार सृजन के अवसरों पर चर्चा करना था। विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र में नवाचार, ऋण सुविधा और ग्रामीण आर्थिक विकास के लिए पशुधन की भूमिका पर विचार साझा किए।

40 नई परियोजनाओं का शुभारंभ

सम्मेलन के दौरान, राष्ट्रीय पशुधन मिशन (एनएलएम) और पशुपालन अवसंरचना विकास निधि (एएचआईडीएफ) के तहत 40 नई परियोजनाओं की शुरुआत की गई। इनमें 20 परियोजनाएँ एनएलएम और 20 परियोजनाएँ एएचआईडीएफ के तहत शामिल हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु को एएचआईडीएफ के तहत बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।

बैंकों की भूमिका और सम्मान

कैनरा बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, और एचडीएफसी बैंक को योजनाओं के तहत क्रेडिट सहायता प्रदान करने के लिए सम्मानित किया गया। इन बैंकों ने पशुधन क्षेत्र में उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

मंत्रियों ने एएचआईडीएफ और एनएलएम के लाभार्थियों की सफलता की कहानियों पर आधारित दो संग्रहों का विमोचन किया। साथ ही, एनएलएम परिचालन दिशानिर्देश 2.0 और एनएलएम योजना के लिए एक निगरानी डैशबोर्ड भी लॉन्च किया गया। यह डैशबोर्ड योजना की प्रगति को ट्रैक करने और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने में मदद करेगा।

पशुपालन और डेयरी विभाग ने 14 जनवरी से 13 फरवरी तक पशुपालन और पशु कल्याण माह घोषित किया है। इस दौरान देशभर में जागरूकता अभियान और शैक्षिक गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी।

एफएमडी मुक्त भारत अभियान पर जोर

केंद्रीय मंत्री ने एफएमडी (फुट एंड माउथ डिजीज) मुक्त भारत अभियान पर प्रकाश डाला। उन्होंने नौ एफएमडी मुक्त क्षेत्रों के निर्माण और टीकाकरण कार्यक्रमों की आवश्यकता को रेखांकित किया। इन प्रयासों का उद्देश्य पशुधन की उत्पादकता बढ़ाना और रोग नियंत्रण सुनिश्चित करना है।

महाराष्ट्र सरकार द्वारा लम्पी स्किन डिजीज के लिए वैक्सीन निर्माण की पहल की सराहना की गई। इस प्रयास से पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार और रोग नियंत्रण में मदद मिलेगी।

सरकार की योजनाओं का प्रदर्शन

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एएचआईडीएफ के तहत अब तक ₹10,356.90 करोड़ की लागत वाली 362 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। वहीं, एनएलएम के तहत 3,010 परियोजनाओं को ₹1,005.87 करोड़ की सब्सिडी दी गई है।

कार्यक्रम के दौरान, विशेषज्ञों ने पशुपालन क्षेत्र में नवाचार, ऋण सुविधा और उद्यमिता के महत्व पर चर्चा की। केंद्रीय मंत्री ने बैंकों से किसानों और महिला उद्यमियों के लिए ऋण प्रक्रियाओं को सरल बनाने का आग्रह किया।

तकनीकी सत्र और रोजगार सृजन पर चर्चा

सम्मेलन में दो तकनीकी सत्र आयोजित किए गए:

  1. “पशुधन क्षेत्र में विकास को गति देना: उद्यमिता, प्रसंस्करण और अवसर”।
  2. “पशुधन क्षेत्र और ऋण सुविधा में बैंकों और एमएसएमई की भूमिका”। इन सत्रों में विशेषज्ञों ने निवेश और रोजगार सृजन के अवसरों पर चर्चा की।

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