कृषक जगत समाचार@ 5.00 PM: धान किस्में I गेहूं MSP खरीद I जैविक खेती I नीलीक्रांति I नरवाई जलाने पर रोक
02 मई 2025, नई दिल्ली: नमस्कार, आइए जानते हैं आज शाम 5 बजे तक कृषक जगत की 10 बड़ी खबरें….
1. धान की बेहतर किस्मों के लिए साझेदारी मजबूत कर रहा अंतर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान – (IRRI)
अंतर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) ने हैदराबाद में इक्रीसेट परिसर में नेशनल सीड एक्सेलरेटर मीट 2025 की मेजबानी की। इस महत्वपूर्ण आयोजन ने भारत की धान
बीज वितरण प्रणाली को मजबूत करने और जलवायु-प्रतिरोधी धान की किस्मों के प्रसार को तेज करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। पूरी खबर पढ़े….
2. MSP पर गेहूं खरीद: 256 लाख टन का आंकड़ा पार, 21 लाख किसानों के खाते में 62 हजार करोड़
इस बार रबी सीजन में गेहूं की खरीद ने नया कीर्तिमान रच दिया है। उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 30 अप्रैल तक देश भर में 256.31 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है। यह पिछले साल के 205.41 लाख मीट्रिक टन के मुकाबले करीब 25% ज्यादा है। इस खरीद से 21.03 लाख किसानों को फायदा हुआ है, पूरी खबर पढ़े….
3. बढ़ती जनसंख्या: घटता कृषि रकबा
भारत विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है और चीन, रूस, अमेरिका आदि देशों से जमीन कम होने के बावजूद सौभाग्य से दाल व तिलहन को छोड़कर खाद्यान्न के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर हो गया है। खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने में कृषि की उन्नत तकनीक, उन्नत बीज, कृषि यंत्रों के उपयोग के साथ रासायनिक खादों और दवाओं का उपयोग करना शामिल है। पूरी खबर पढ़े….
4. जैविक खेती पर्यावरण संरक्षण में सहायक
हरित क्रांति के तहत कृषि उत्पादन वृद्धि के लिए रासायनिक
उर्वरकों का प्रयोग अंधाधुंध किया गया इससे उत्पादन क्षमता में वृद्धि हुई और किसानों को भी आर्थिक लाभ मिलता गया वैज्ञानिक अनुसंधानों के खेती के नवीन प्रयोग किए गए किसानों ने उसे अधिक लाभ हेतु बिना विचार किए अपनाया भी गया। उर्वरक क्षमता बढ़ाने हेतु सरकारी प्रोत्साहन से कैमिकल फैक्ट्री का निर्माण किया गया और उनके उत्पादन बेचने हेतु प्रचार प्रसार भी किया गया। पूरी खबर पढ़े….
5. जी-२०; भारत मे नीलीक्रांति के विकास मे प्रासंगिता
भारत की बढ़ती जनसंख्या और घटती खेती की जमीनें खाद्यान्न संकट की ओर इशारा कर रही हैं। ऐसे में मछलीपालन न केवल रोजगार का अच्छा साधन साबित हो सकता है, बल्कि खाद्यान्न समस्या के पूरक के तौर पर भी अच्छा साबित हो सकता है। देश में दिनोंदिन मछली खाने वालों की तादाद में इजाफा हो रहा है, पूरी खबर पढ़े….
6. चना के दामों में उछाल: MSP से ऊपर पहुंचे भाव, आगे और तेजी की उम्मीद
केंद्र सरकार द्वारा पिछले महीने चना आयात पर 10% शुल्क लगाने के बाद चना की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। निचले दामों पर बढ़ी खरीदारी ने चना के भाव को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से ऊपर पहुंचा दिया है। सीजन की शुरुआत में बढ़े उत्पादन के अनुमान से चना के दाम MSP से नीचे लुढ़क गए थे, लेकिन अब बाजार में रिकवरी साफ दिख रही है। पूरी खबर पढ़े….
7. प्रदेश में जायद फसलों की बोनी 73 फीसदी पूरी
प्रदेश में चालू जायद वर्ष 2025 में लगभग 11 लाख 59 हजार हेक्टेयर में मूंग लेने का लक्ष्य रखा गया है इसके विरुद्ध 21 अप्रैल तक 8 लाख 43 हजार हेक्टेयर में मूंग की बोनी हो गई है। जो लक्ष्य के विरुद्ध 73 फीसदी है। जबकि गत वर्ष समान अवधि में 6.92 लाख हेक्टेयर में बोनी हुई थी। समर्थन मूल्य में बेहतर कीमत मिलने के कारण गत वर्ष किसानों को लाभ हुआ, पूरी खबर पढ़े….
8. गेहूं के रिकॉर्ड उत्पादन में किसानों और वैज्ञानिकों का योगदान: श्री चौहान
केंद्रीय कृषि तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हरियाणा के करनाल में आईसीएआर-भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान में जीन एडिटिंग प्रयोगशाला का उद्घाटन किया और किसानों से संवाद किया। केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर रिकॉर्ड गेहूं उत्पादन के लिए किसानों और वैज्ञानिकों के योगदान की सराहना की, वहीं भविष्य के प्रमुख शोध क्षेत्रों पर भी जोर दिया। पूरी खबर पढ़े….
9. खेतों में नरवाई जलाने वाले 132 कृषकों पर लगाया जुर्माना
पर्यावरण सुरक्षा हेतु नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार वायु (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1981 अन्तर्गत जिले में गेहूँ एवं अन्य फसलों की कटाई उपरांत फसल अवशेषों को खेतों में जलाये जाने को प्रतिबंधित किया गया है। उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विभाग अधिकारी श्री के.सी. वास्केल द्वारा बताया गया कि जिला एवं विकासखंड स्तरीय विभागीय मैदानी अमले का दल बनाकर कर्तव्यस्थ किया गया है। पूरी खबर पढ़े….
10. राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान देश का गौरव`
केंद्रीय कृषि व ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान करनाल में आईसीएआर-राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के 21वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। श्री चौहान ने इस अवसर पर छात्रों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये। श्री चौहान कहा कि हमारा राष्ट्र का इतिहास बहुत पुराना है। दूध और गाय का इतिहास हमें 5 हजार साल तक का पता है। पूरी खबर पढ़े….