भारत में खरीफ बुवाई ने पकड़ी रफ्तार, अब तक 597.86 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोवनी
धान, दालें और मोटे अनाजों में उल्लेखनीय वृद्धि; सोयाबीन और कपास में गिरावट
15 जुलाई 2025, नई दिल्ली: भारत में खरीफ बुवाई ने पकड़ी रफ्तार, अब तक 597.86 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोवनी – कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 11 जुलाई 2025 तक खरीफ फसलों की बुवाई की प्रगति पर जारी आंकड़ों के अनुसार, देशभर में कुल 597.86 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुवाई हो चुकी है। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि में हुए 560.59 लाख हेक्टेयर बुवाई से 37.27 लाख हेक्टेयर अधिक है। इस वृद्धि के पीछे प्रमुख रूप से धान, दलहन व श्री अन्न (मोटा अनाज) की बुवाई में आई तेजी को श्रेय दिया जा रहा है।
धान की बुवाई में 11.84 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी
धान, जो खरीफ मौसम की प्रमुख फसल है, की बुवाई इस वर्ष 123.68 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हो चुकी है जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 111.85 लाख हेक्टेयर था। इस तरह इसमें 11.84 लाख हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गई है। मानसून की सामान्य प्रगति और पर्याप्त जल उपलब्धता के चलते धान की रोपाई के लिए अनुकूल वातावरण बना है। विशेषकर पूर्वी भारत के राज्यों में धान की बुवाई में तेजी देखने को मिली है।
दालों की बुवाई में जबरदस्त वृद्धि, मूंग और मोठ ने दिखाया दम
दालों की कुल बुवाई 67.09 लाख हेक्टेयर तक पहुंच चुकी है, जो पिछले साल की तुलना में 13.69 लाख हेक्टेयर अधिक है। इस वृद्धि में सबसे बड़ा योगदान मूंग और मोट (माथ) की बुवाई का है। मूंग की बुवाई 23.16 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल यह केवल 12.19 लाख हेक्टेयर थी—यानी 10.96 लाख हेक्टेयर की उछाल। इसी तरह, मोठ की बुवाई 4.85 लाख हेक्टेयर तक पहुंच चुकी है जो पिछले वर्ष से 4.08 लाख हेक्टेयर अधिक है।
हालांकि, अरहर (तुअर) और उड़द की बुवाई में मामूली गिरावट आई है। अरहर की बुवाई इस वर्ष 25.42 लाख हेक्टेयर में हुई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1.77 लाख हेक्टेयर कम है। उड़द में भी 0.08 लाख हेक्टेयर की मामूली कमी दर्ज की गई।
श्री अन्न (मोटे अनाज) की बुवाई में 16.51 लाख हेक्टेयर की बढ़त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित ‘श्री अन्न वर्ष’ के तहत मोटे अनाजों को प्रोत्साहन मिल रहा है। श्री अन्न व मोटे अनाजों की बुवाई इस वर्ष 116.30 लाख हेक्टेयर में हुई है जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 16.51 लाख हेक्टेयर अधिक है। इनमें सबसे उल्लेखनीय बढ़त बाजरा की रही, जिसकी बुवाई 44.01 लाख हेक्टेयर में हुई—पिछले साल से 14.41 लाख हेक्टेयर अधिक।
मक्का की बुवाई में भी 2.15 लाख हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गई है और यह अब 61.88 लाख हेक्टेयर तक पहुंच चुकी है। ज्वार की बुवाई में मामूली वृद्धि (0.61 लाख हेक्टेयर) हुई है, जबकि रागी और स्मॉल मिलेट्स की बुवाई में क्रमशः 0.19 और 0.46 लाख हेक्टेयर की गिरावट देखी गई है।
तिलहन फसलों में मिश्रित रुझान, सोयाबीन में गिरावट
तिलहन फसलों की कुल बुवाई 137.27 लाख हेक्टेयर रही, जो पिछले वर्ष के 139.82 लाख हेक्टेयर से 2.55 लाख हेक्टेयर कम है। इसमें मुख्य गिरावट सोयाबीन की बुवाई में आई है, जिसकी बुवाई 99.03 लाख हेक्टेयर में हुई जबकि पिछले वर्ष यह 107.78 लाख हेक्टेयर थी—यानी 8.75 लाख हेक्टेयर की कमी। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कम वर्षा के चलते यह गिरावट देखी जा रही है।
हालांकि मूंगफली की बुवाई में 4.95 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी हुई है और यह अब 32.99 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है। तिल (सेसमम) की बुवाई भी बढ़कर 4.47 लाख हेक्टेयर हो गई है, जबकि नाइजर, कास्टर, और अन्य तिलहनों में आंशिक गिरावट दर्ज की गई।
कपास की बुवाई में गिरावट, गन्ना और जूट में स्थिरता
कपास की बुवाई इस वर्ष 92.83 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो पिछले वर्ष के 95.22 लाख हेक्टेयर से 2.39 लाख हेक्टेयर कम है। इस कमी का कारण महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ क्षेत्रों में वर्षा की अनियमितता है।
वहीं, गन्ना की बुवाई में मामूली बढ़त (0.29 लाख हेक्टेयर) हुई है और यह 55.16 लाख हेक्टेयर तक पहुंच चुकी है। जूट एवं मेस्ता की बुवाई 5.53 लाख हेक्टेयर रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 0.12 लाख हेक्टेयर कम है।
11 जुलाई 2025 तक खरीफ फसलों के तहत क्षेत्रफल की प्रगति
(स्रोत: कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, भारत सरकार)
क्र.सं. | फसल | सामान्य क्षेत्रफल (2019-20 से 2023-24 का औसत) | वर्ष 2025 में अब तक बोया गया क्षेत्र | वर्ष 2024 में इसी अवधि तक बोया गया क्षेत्र | 2024 की तुलना में वृद्धि (+)/कमी (-) |
---|---|---|---|---|---|
1 | धान | 403.09 | 123.68 | 111.85 | +11.84 |
2 | दालें | 129.61 | 67.09 | 53.39 | +13.69 |
– | अरहर | 44.71 | 25.42 | 27.18 | -1.77 |
– | उड़द | 32.64 | 11.46 | 11.54 | -0.08 |
– | मूंग | 35.69 | 23.16 | 12.19 | +10.96 |
– | कुल्थी | 1.72 | 0.14 | 0.12 | +0.01 |
– | मोठ | 9.70 | 4.85 | 0.78 | +4.08 |
– | अन्य दालें | 5.15 | 2.06 | 1.58 | +0.49 |
3 | श्री अन्न/मोटे अनाज | 180.71 | 116.30 | 99.78 | +16.51 |
– | ज्वार | 15.07 | 8.00 | 7.39 | +0.61 |
– | बाजरा | 70.69 | 44.01 | 29.59 | +14.41 |
– | रागी | 11.52 | 1.01 | 1.20 | -0.19 |
– | छोटे मिलेट्स | 4.48 | 1.40 | 1.87 | -0.46 |
– | मक्का | 78.95 | 61.88 | 59.73 | +2.15 |
4 | तिलहन | 194.63 | 137.27 | 139.82 | -2.55 |
– | मूंगफली | 45.10 | 32.99 | 28.04 | +4.95 |
– | सोयाबीन | 127.19 | 99.03 | 107.78 | -8.75 |
– | सूरजमुखी | 1.29 | 0.49 | 0.48 | +0.01 |
– | तिल | 10.32 | 4.47 | 3.11 | +1.35 |
– | नाइजर | 1.08 | 0.01 | 0.20 | -0.19 |
– | अरंडी | 9.65 | 0.23 | 0.15 | +0.08 |
– | अन्य तिलहन | — | 0.04 | 0.05 | -0.01 |
5 | गन्ना | 52.51 | 55.16 | 54.88 | +0.29 |
6 | जूट व मेस्ता | 6.60 | 5.53 | 5.65 | -0.12 |
7 | कपास | 129.50 | 92.83 | 95.22 | -2.39 |
— | कुल | 1096.65 | 597.86 | 560.59 | +37.27 |
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