भारत की अगुवाई में मनेगा अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष
नई दिल्ली । वर्ष 2023 में भारत की अगुवाई में दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा। इस संबंध में केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक हुई। श्री तोमर ने बताया कि भारत में खेती-किसानी व किसानों को समृद्ध करने के दृष्टिकोण के साथ, भारत के प्रस्ताव पर, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने फैसला किया है कि वर्ष 2023 में भारत के प्रायोजन में अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष मनाया जाएगा। इसकी घोषणा के लिए भारत द्वारा वर्ष 2018 में संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (स्न्रह्र) को पत्र भेजा गया था, जिसके बाद एफएओ की कृषि संबंधी समिति व परिषद द्वारा प्रस्ताव को स्वीकार किया गया है।
भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का सकारात्मक प्रभाव हुआ है, जिससे वर्ष 2017-18 में मिलेट्स का जो उत्पादन 164 लाख टन था, वह वर्ष 2020-21 में बढक़र 176 लाख टन हो गया है और वर्ष 2017-18 में उत्पादकता 1163 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर थी, जो वर्ष 2020-21 में बढक़र 1239 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर हो गई है।
मिलेट्स का निर्यात वर्ष 2017 में 21.98 मिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो 2020 में बढक़र 24.73 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है। 96 अधिक उपज देने वाली, रोग प्रतिरोधी, जिसमें 10 पोषक-अनाज फसलें व 3 जैव शक्तियुक्त किस्में शामिल हैं, का विमोचन किया गया है। नई अधिक उपज देने वाली किस्मों और संकर कि़स्मों के गुणवत्ता वाले बीज की उपलब्धता में वृद्धि हुई है और वर्ष 2020-21 में 5780 क्विंटल बीज उत्पादित हुए हैं।