कम्पनी समाचार (Industry News)

सिंजेन्टा का विजन-भारतीय कृषि और किसान का विकास : सुशील कुमार

बचपन के सपने को साकार कर रहे युवा प्रबंध संचालक

Syngenta Photo

5 जुलाई 2022, सिंजेन्टा का विजन-भारतीय कृषि और किसान का विकास : सुशील कुमार – विश्व स्तरीय सिंजेन्टा ग्रुप की भारतीय कम्पनी सिंजेन्टा इंडिया लि. के प्रबंध संचालक श्री सुशील कुमार विगत दिनों म.प्र. के प्रवास पर थे। अपने इंदौर प्रवास के दौरान कृषक जगत के निदेशक श्री सचिन बोन्द्रिया से श्री सुशील कुमार ने भारतीय कृषि के लिये सिंजेन्टा के विजन की व्यापक चर्चा की। उन्होंने भारतीय किसान और कृषि के विकास को कम्पनी के प्रमुख ध्येय के रूप में निरूपित किया।

प्रस्तुत हैं चर्चा के संपादित अंश-

शोध एवं अनुसंधान

syngenta-logo1

श्री सुशील कुमार ने कहा कि सिंजेन्टा शोध एवं अनुसंधान की प्रणाली पर काम करती है। किसानों की कृषि समस्याओं को समझना और शोध एवं अनुसंधान के माध्यम से उसका हल निकालना कम्पनी की कार्यप्रणाली का प्रमुख हिस्सा है। उन्होंने बताया कि मौसम में बदलाव, बढ़ता तापक्रम भारतीय कृषि के लिये एक बड़ी समस्या बन कर उभरा है। जिसके कारण उत्पादन में कमी आ रही है। सिंजेन्टा इस पर निरन्तर शोध एवं अनुसंधान कर रही है। इसके अलावा विभिन्न फसलों पर व्यापक रूप से फैलने वाले रोग एवं कीट प्रकोप के निदान के प्रयास भी लगातार किये जा रहे हैं। मिर्च पर ब्लैक थ्रिप्स का व्यापक प्रभाव देखा गया है। इस पर नियंत्रण के लिए सिंजेन्टा विश्वस्तरीय उत्पाद भारत में ला रही है।

ग्रोअर एप

डिजीटल सूचना क्रांति को रेखांकित करते हुए श्री सुशील कुमार ने बताया कि किसानों को कृषि विज्ञान की नवीनतम जानकारी से अवगत रखने के लिये सिंजेन्टा एक एप लांच कर रहा है। अब भारतीय किसान भी डिजिटल क्रांति से अछूता नहीं रहा है। वह अब अपनी समस्याओं का हल डिजिटल माध्यम पर तत्काल चाहता है। किसान की इसी आवश्यकता को समझते हुए कम्पनी ग्रोअर एप लांच कर रही है। यह एप उपयोगकर्ता के लिए संचालन में आसान होगा। इस एप के माध्यम से विभिन्न फसलों की कृषि प्रणाली की आधुनिक व नवीनतम जानकारी साझा की जायेगी। इसमें किसान को मौसम आधारित सूचनाएं भी भेजी जायेगी, जिससे वह समय रहते अपनी फसल में उचित प्रबंधन कर सके। आगे इस एप में किसान को उसकी कृषि संबंधी व्यक्तिगत सलाह देने की सुविधा भी प्रदान की जायेगी। एप का एग्रो क्लायमेटिक जोन के आधार पर विकास किया जायेगा। किसान अपनी फसल का फोटो भी डाल सकेगा। जिससे उसकी समस्या का उचित एवं त्वरित निदान हो पायेगा।

किसानों को आसान ऋण

कृषि आर्थिकी के मुद्दे पर श्री सुशील कुमार के विचार में भारतीय कृषि और किसान की सबसे बड़ी समस्या के्रडिट अर्थात् ऋण की है। कृषि कार्य की वैल्यू चेन में अगर नुकसान होता है तो किसान सबसे अधिक प्रभावित होता है कि समय पर पैसे के अभाव में किसान अपनी फसल का उचित प्रबंधन नहीं कर पाता ह,ै फलस्वरूप फसल नष्ट हो जाती है या उत्पादन में गिरावट आ जाती है और किसान को नुकसान होता है। इस समस्या के हल के लिए सिंजेन्टा ने जय किसान फिनटेक स्टार्टअप के साथ गठबंधन किया है। इस गठबंधन के माध्यम से किसानों को दवाई खरीदने के लिए ऋण उपलब्ध कराने वाली सिंजेन्टा पहली कंपनी है। इसमें कोई भी किसान 120 दिन की अवधि के लिये 30 हजार रू. तक का लोन ले सकता है। यह न्यूनतम ब्याज दर पर बगैर बंधक के दिया जाता है। इस योजना के लिये सिंजेन्टा ने जय किसान स्टार्टअप के साथ बड़ा निवेश किया है।

ड्रोन तकनीक का उपयोग

आर्टीफिशियल इंटेलीजैंस की महत्ता एवं बहुआयामी उपयोग पर कृषक जगत को बताते हुए श्री सुशील कुमार कहते हैं कि भविष्य में कृषि मशीनीकरण खेती में महत्वपूर्ण भूमिका में होगा। खेती में अब ड्रोन तकनीक का भी प्रवेश हो चुका है। खेती में ड्रोन के उपयोग को देखते हुए सिंजेन्टा ने किसानों को यह सुविधा उपलब्ध कराने के लिये भी योजना बनाई है। सिंजेन्टा ने ड्रोन निर्माता एवं परिचालन कम्पनी से टाईअप किये हैं। इस सारे कार्य को क्रियान्वित करने के लिये एक अलग टीम बनाई गई है। सिंजेन्टा की योजना है कि जुलाई तक ड्रोन कृषि कार्य में लगा दिये जायें। सिंजेन्टा ने ड्रोन से छिडक़ाव के लिये भारत सरकार से दो उत्पादों एमीस्टार और एमप्लिगो का रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है। सिंजेन्टा पहली कंपनी है, जिसने भारत सरकार से इस तरह की अनुमति प्राप्त की है। ड्रोन टेक्नालॉजी अभी महंगी है। कंपनी को ड्रोन तकनीक पर 500-600 रूपये प्रति एकड़ की लागत आ रही है। लेकिन किसान को यह सुविधा सिंजेन्टा द्वारा अनुदानित दर पर उपलब्ध कराई जायेगी।

बीजोपचार पर फोकस

सीड ट्रीटमेंट के क्षेत्र में सिंजेन्टा विश्व में मजबूत स्थिति में है। सीड ट्रीटमेंट किसी भी स्वस्थ फसल का आधार है। इसलिये ये कम्पनी का फोकस एरिया है। कम्पनी ने इस कार्य के लिये रीजनल मैनेजर स्तर के अधिकारी के नेतृत्व एक अलग टीम का गठन कर रखा है। जो बीजोपचार के लिये तकनीकी जानकारी और जागरूकता से किसानों को अवगत कराती है।

किसानों को ट्रेनिंग

कम्पनी ने बीजोपचार के लिये न सिर्फ इस टीम को ट्रेनिंग दी है बल्कि समय-समय पर प्रगतिशील किसानों को भी अपने शोध एवं अनुसंधान केन्द्रों पर ट्रेनिंग देती है। श्री सुशील कुमार बताते हैं कि बीजोपचार भी अब विभिन्न आधार पर होने लगे हैं। इसके लिये मृदा परीक्षण के परिणामों के आधार पर किसानों को फंगीसाइड आधारित, न्यूट्रिएंट आधारित या अन्य प्रकार के बीजोपचार की सलाह दी जाती है। सिंजेन्टा की सीड ट्रीटमेंट उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला है। भारत में भी कम्पनी इस हेतु बड़ा निवेश कर रही है। जिसमें मुख्य रूप से गोवा में ग्रोअर रिसर्च सेंटर की स्थापना है। इसी सेंटर पर म्यूटाफोलोजी को विकसित किया जा रहा है। जो भारतीय परिस्थितियों के अनुकूल विकसित होगा।

दूरदर्शी सोच के धनी

श्री सुशील कुमार कृषक जगत से भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा साझा करते हुए बताते हैं कि सिंजेन्टा अपने उद्देश्य के अनुरूप कृषि के हर क्षेत्र में किसान के विकास पर केन्द्रित है और विभिन्न योजनाओं जैसे गुड ग्रोथ प्लान, उपज के उचित विपणन व्यवस्था के लिये गुड क्लास मंडी, निर्यातकों के साथ मिलकर मांग के मानकों के अनुरूप फसल विकास के लिये स्मार्ट क्लाइमेट प्रोजेक्ट आदि पर काम कर रही है। ये सारे कार्यक्रम प्रायोगिक रूप से भारत के विभिन्न हिस्सों में किये जा रहे हैं। इनके सफल परिणाम के बाद इन्हें भविष्य में सम्पूर्ण भारत में प्रस्तुत किया जायेगा।

बचपन के सपने को साकार कर रहे युवा प्रबंध संचालक

हरियाणा के करनाल जिले में दूरस्थ क्षेत्र में स्थित कलरीजागीर गांव में जन्मे बालक का किसान और खेती से बचपन से ही नाता था। किसान को खेती में मेहनत करते देख बचपन में ही एक सपने ने उसके दिल में घर कर लिया था। वो सपना था कि बड़ा होकर किसान और कृषि के विकास के लिये काम करना। सुशील कुमार नामक यह युवा आज विश्वव्यापी सिंजेन्टा समूह की भारतीय कम्पनी सिंजेन्टा इंडिया लि. का प्रबंध संचालक है और अपने उस बचपन के सपने को यथार्थ के धरातल पर उतार रहा है। श्री सुशील कुमार ने अपनी शिक्षा के लिये कृषि विषय को ही चुना, जो उस समय एक ग्लैमरलैस विषय माना जाता था। उन्होंने एमबीए के लिए भी एग्री बिजनेस विषय को ही चुना। शिक्षा उपरांत उन्होंने अपना कैरियर महिको कम्पनी से प्रारम्भ किया। सिंजेन्टा में उन्होंने कुछ वर्ष स्विटजरलैंड में काम किया और फिर उन्हें समूह की भारतीय कंपनी के प्रबंध संचालक के पद पर नियुक्त किया गया। भारत वापिस आने के बाद उन्होंने अपने बचपन के सपने को जीवंत करना प्रारंभ किया। किसानों का विकास उनकी पहली प्राथमिकता है। वे हमेशा यह जानने का प्रयत्न करते हैं कि किसान का पेन पाइंट क्या है? जैसे ही कोई समस्या पता चलती है, वे अपनी टीम के साथ उस समस्या का हल खोजने में जुट जाते है। पंजाब यात्रा के दौरान उन्हें पता चला कि अत्यधिक तापमान की वजह से गेहूं की फसल को नुकसान हो रहा तो उन्होंने तुरंत अपनी टीम को सक्रिय किया और पंजाब के कुछ किसानों को सिंजेन्टा का एमपेक्ट एक्स्ट्रा प्रोडक्ट उपलब्ध कराया, उन किसानों की गेहूं की फसल न सिर्फ स्वस्थ हुई बल्कि उत्पादन में भी लगभग 2 क्विंटल की वृद्धि हुई। श्री सुशील कुमार चाहते हैं कि भारतीय किसान और कृषि विश्व पटल पर प्रथम स्थान पर हो

सिंजेन्टा शोध एवं अनुसंधान की प्रणाली पर काम करती है।’
– सुशील कुमार
प्रबंध संचालक, सिंजेन्टा

महत्वपूर्ण खबर: एमएसपी पर 38 हज़ार करोड़ रुपये का गेहूं अभी तक खरीदा गया

Advertisements