फसल की खेती (Crop Cultivation)कम्पनी समाचार (Industry News)

महावीरा जिरोन पावर प्लस के साथ, मुनाफे वाली मक्का की शुरुआत  

09 जून 2025, इंदौर: महावीरा जिरोन पावर प्लस के साथ, मुनाफे वाली मक्का की शुरुआत – आगामी खरीफ में  सही तरीके से और सही पोषण के साथ फसलों का बेहतर उत्पादन लेने  में आरएमपीसीएल कम्पनी का उत्पाद महावीरा जिरोन मददगार साबित  हो सकता है। खास तौर से मक्का की फसल  में महावीरा जिरोन पावर प्लस का इस्तेमाल कर इसे मुनाफे वाली फसल में तब्दील किया जा सकता है, क्योंकि महावीरा जिरोन पावर प्लस, एक सशक्त फॉस्फेटिक खाद है , जिसमें मुख्य , द्वितीयक और सूक्ष्म पोषक तत्व संतुलित मात्रा में उपलब्ध हैं। इसमें मैग्नीशियम 16 %, सल्फर 5  %,ज़िंक 0.5 %, बोरान 0.2 %,कैल्शियम 1.9 % तथा मैगनीज  0.5 % उपलब्ध रहता है।

आरएमपीसीएल  के हेड एग्रोनॉमिस्ट श्री पी के पांडेय ने बताया कि मक्का फसल में  महावीरा जिरोन पावर प्लस के इस्तेमाल से इसमें मौजूद  फास्फोरस , मैग्नीशियम और सल्फर से मक्के की जड़ों की गहराई ,पत्तियों की हरियाली और दानों की भराव क्षमता में वृद्धि होती है। फसल के हर पड़ाव में फर्क नज़र आता है , जो अंततः फसल की उत्पादन वृद्धि में सहायक होता है।

Advertisement
Advertisement

मक्का फसल में  डोज़ –  श्री पांडेय ने बताया कि  मक्का की अच्छी पैदावार के लिए बुवाई /रोपाई के समय – महावीरा जिरोन पावर प्लस  200 किलो ,एमओपी 26  किलो ,यूरिया 40 किलो  सिमट्रोन 4 किलो डालना चाहिए। विकास अवस्था ( 25 -30  दिन बाद में )यूरिया 70  किलो और बलेको 250  मिली लीटर डालना चाहिए।  जब फसल में फूल /दाना बनने की अवस्था में (40 -45  दिन बाद ) 50  किलो यूरिया और बोरोन 20  %  250  ग्राम की दर से डालना चाहिए। इसके बाद दाना भरने के समय (45 -50  दिन बाद में ) बोरट्री 200  मिली लीटर के साथ 12 :61:00  4 -5  ग्राम /लीटर पानी में  मिलाकर डालना चाहिए। मक्का की पूर्व परिपक्वता की अवस्था (50 -55  दिन बाद में ) एमिट्रोन -जेड 250  मिली लीटर और जिंटाविक 200 मिली लीटर की दर से डालना चाहिए। मक्का फसल की परिपक्वता के समय (70 -75  दिन में)  00 :00 :50  का उपयोग 4 -5  ग्राम / लीटर पानी में मिलाकर करने से बेहतर नतीजे मिलते हैं और  बढ़िया उत्पादन मिलता है। मक्का की फसल  मुनाफे वाली मक्का में बदल जाती है।

Advertisements
Advertisement3
Advertisement

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

Advertisement8
Advertisement

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

Advertisement8
Advertisement

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements
Advertisement5
Advertisement