धानुका एग्रीटेक के सेम्प्रा हर्बिसाइड ने 10 साल पूरे किए
21 फ़रवरी 2025, नई दिल्ली: धानुका एग्रीटेक के सेम्प्रा हर्बिसाइड ने 10 साल पूरे किए – सालों तक किसान मोथा (Cyperus rotundus) से जूझते रहे, जो गन्ना और मक्का की खेती के लिए बड़ी चुनौती बना रहा। बार-बार हाथ से निकालने के बावजूद यह खरपतवार दोबारा उग जाता था, जिससे पैदावार घटती और श्रम लागत बढ़ती जाती। इस समस्या का समाधान 2015 में आया जब धनुका एग्रिटेक लिमिटेड ने निसान केमिकल जापान के सहयोग से सेम्प्रा हर्बिसाइड लॉन्च किया। जापानी तकनीक से विकसित यह आधुनिक हर्बिसाइड पिछले 10 वर्षों में गन्ने की खेती के लिए गेम-चेंजर साबित हुआ है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को चिह्नित करने के लिए धनुका एग्रिटेक ने सेम्प्रा के 10 साल पूरे होने का जश्न मनाने की घोषणा की है।
2015 में पहली बार पेश किया गया सेम्प्रा एक सिस्टमेटिक, पोस्ट-इमर्जेंस और सिलेक्टिव हर्बिसाइड है, जो गन्ने और मक्का की फसल में मोथा को जड़ से खत्म करता है। यह खरपतवार की अमीनो एसिड संश्लेषण प्रक्रिया को बाधित कर उसे पोषण से वंचित कर देता है, जिससे कुछ दिनों के भीतर खरपतवार का नियंत्रण हो जाता है। कम मात्रा में उपयोग के बावजूद यह अत्यधिक प्रभावी है, जिससे किसानों को मोथा से छुटकारा दिलाने के लिए एक मजबूत समाधान मिला है।
सेम्प्रा का मजबूत सॉइल रेजिडुअल इफेक्ट (मिट्टी में लंबे समय तक असर) नई मोथा खरपतवार को उगने से रोकता है। इसे वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट, तमिलनाडु एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी और हरियाणा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी जैसे प्रमुख कृषि संस्थानों द्वारा प्रमाणित किया गया है।
सेम्प्रा 24 घंटे के भीतर खरपतवार की पोषण अवशोषण प्रक्रिया को रोक देता है, जिससे मिट्टी से पोषक तत्वों की हानि नहीं होती। इसका परिणाम बेहतर पैदावार, कम श्रम लागत और उच्च गुणवत्ता वाली फसल के रूप में देखने को मिला है।
सेम्प्रा की सफलता के 10 वर्ष पूरे होने के अवसर पर 19 फरवरी को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक विशेष किसान सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में उन प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया जिन्होंने सेम्प्रा का उपयोग कर अपनी फसल उत्पादन में बेहतरीन परिणाम हासिल किए। इसके साथ ही कृषि विशेषज्ञों ने खरपतवार नियंत्रण, सेम्प्रा के उपयोग की सर्वोत्तम विधियों और कृषि में नवीनतम नवाचारों पर विचार साझा किए।
धनुका एग्रिटेक लिमिटेड के जनरल मैनेजर अतुल कुमार ने कहा, “सेम्प्रा के 10 साल पूरे होने पर हमें गर्व और खुशी दोनों है। यह हमारी इनोवेशन और किसान समृद्धि के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हमारी टीम ने भारतीय किसानों की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए समाधान विकसित किए हैं। इस उपलब्धि के साथ हम अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करते हैं और भारतीय कृषि को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए सतत प्रयास करते रहेंगे।”
सीनियर डिप्टी जनरल मैनेजर आर.के. धुरिया ने कहा, “सेम्प्रा की 10 साल की सफलता इसकी प्रभावशीलता और किसानों के भरोसे का प्रमाण है। बदलते कृषि परिवेश के अनुरूप लगातार सुधार और नवाचार करते हुए, हमने खरपतवार नियंत्रण के लिए एक सशक्त समाधान दिया है, जिससे किसानों की पैदावार और मुनाफे में बढ़ोतरी हुई है।”
डिप्टी जनरल मैनेजर अवनीश चंद्रा ने कहा, “यह उपलब्धि सिर्फ सेम्प्रा की लंबी उम्र का जश्न नहीं है, बल्कि भारतीय कृषि पर इसके सकारात्मक प्रभाव का प्रमाण भी है। आगे भी हम ऐसे उन्नत और किसान-हितैषी समाधानों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जो उत्पादकता और सतत कृषि को बढ़ावा दें।”
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