बेस्ट एग्रो लाइफ का ट्राई कलर: फफूंद रोगों का उन्नत समाधान
08 अगस्त 2025, इंदौर: बेस्ट एग्रो लाइफ का ट्राई कलर: फफूंद रोगों का उन्नत समाधान – देश की प्रसिद्ध कम्पनी बेस्ट एग्रो लाइफ लिमिटेड का उत्पाद ‘ट्राई कलर’ एक फफूंदनाशक है ,जो फसलों को फफूंद रोगों से बचाने के लिए इस्तेमाल होता है। यह एक उन्नत समाधान है, जो ट्राइफ्लॉक्सी स्ट्रोबिन, डिफेनोकोनाज़ोल और सल्फर के मिश्रण से बनाया गया है। यह व्यापक स्पेक्ट्रम सुरक्षा प्रदान करता है और खास तौर से टमाटर फसल की अगेती झुलसा और पछेती झुलसा जैसी बीमारियों को नियंत्रित करता है।
बेस्ट एग्रो लाइफ कम्पनी के नए फफूंदनाशक उत्पाद ‘ ट्राई कलर ‘ में तीन तत्व ट्राइफ्लॉक्सी स्ट्रोबिन, डिफेनोकोनाज़ोल और सल्फर शामिल हैं। यह टमाटर सहित विभिन्न फसलों को फफूंद रोगों से बचाने में मदद करता है। इसका उपयोग अगेती झुलसा, पछेती झुलसा और अन्य फफूंद रोगों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। इसके प्रयोग से फसलों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और उच्च पैदावार सुनिश्चित होती है।
तिहरी क्रियाविधि – ट्राई कलर फंगस पर तीन अलग-अलग तरीकों से असर करता है।
1. डायफेनोकोनाजोल (FRAC 3 – DMI) – यह फंगस में स्टेरॉल के उत्पादन में जरूरी एंजाइम को रोकता है। स्टेरॉल फंगल कोशिका झिल्ली के लिए आवश्यक होते हैं। परिणाम: स्टेरॉल की कमी से फंगस की वृद्धि रुक जाती है और कोशिका झिल्ली खराब हो जाती है
2. ट्राई फ्लोक्स एस्ट्रॉबिन (FRAC 11 – QoI / स्ट्रोबिल्युरिन) – फंगस की माइटोकॉन्ड्रियल श्वसन क्रिया को रोकता है। इससे फंगस में ऊर्जा बनना बंद हो जाता है। यह मुख्य रूप से अंकुरित बीजाणु और फंगस के प्रारंभिक विकास चरण में असरदार है।
3. सल्फर (उत्प्रेरक) – यह एक कैटेलिस्ट (उत्प्रेरक) की तरह कार्य करता है। सक्रिय घटकों की प्रभावशीलता 3 गुना तक बढ़ा देता है। दवा का प्रवेश और असर बेहतर बनाता है।
मात्रा – इसकी एक एकड़ के लिए 330 मिली लीटर मात्रा निर्धारित है। ट्राईकलर, एक लीटर के अलावा 500 , 250, 100 तथा 50 मिली लीटर पैक में उपलब्ध है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: