सरकारी योजनाएं (Government Schemes)राज्य कृषि समाचार (State News)

प्रधानमंत्री योजना का रानी ने लिया लाभ, पशु आहार उत्पादन से मिल रहा अच्छा मुनाफा

22 अक्टूबर 2024, रतलाम: प्रधानमंत्री योजना का रानी ने लिया लाभ, पशु आहार उत्पादन से मिल रहा अच्छा मुनाफा – शासन की योजनाओं का लाभ लेकर रतलाम जिले में बड़ी संख्या में बेरोजगार आत्मनिर्भर बन चुके हैं। जिले  की जावरा निवासी रानी चौरसिया भी उनमें से एक हैं। रानी चौरसिया ने शासन की प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का लाभ लेकर पशु आहार उत्पादन इकाई प्रारंभ कर दी है जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा मिल रहा है, उनके परिवार में खुशहाली आई है।

कपास से खली पशु आहार बनाने वाली संभवतः पूरे रतलाम जिले में उनकी एकमात्र यूनिट है।रानी चौरसिया ने पशु आहार उत्पादन इकाई जावरा मेन रोड हाईवे पर स्थापित की है। उनके पूरे प्रोजेक्ट की लागत 10 लाख 30 हजार रुपए है। समाचार पत्र से योजना की जानकारी मिलने पर रानी चौरसिया ने विगत वर्ष फरवरी 2023 में ऑनलाइन आवेदन किया था।

जिला उद्यानिकी विभाग एवं बैंक की तत्परता से मात्र एक माह में प्रक्रिया पूर्ण कर दी गई थी, उनको साढ़े 7 लाख रुपए टर्म लोन तथा 6 लाख रुपए सीसी लिमिट प्राप्त हुई। योजना का लाभ उठाकर रानी चौरसिया ने अपनी उत्पादन यूनिट स्थापित की जिसमें तीन अन्य कर्मचारी भी रोजगार प्राप्त करते हैं। उनकी यूनिट प्रतिदिन 30 से 40 बोरी कपासिया खली पशु आहार उत्पादित करती है जो स्थानीय व्यापारी खरीदकर ले जाते है। साथ ही दुग्ध उत्पादक एवं पशुपालक खरीदकर अपने पशुओं हेतु ले जाते हैं।

इस यूनिट से रानी चौरसिया को लगभग 50 हजार रुपए प्रतिमाह की आमदनी प्राप्त होती है ,जिससे उनके परिवार का जीवन यापन आसानी से हो पा रहा है।रानी चौरसिया के कार्य में उनके पति श्री प्रवीण चौरसिया भी मदद करते हैं। प्रवीण पहले प्राइवेट जॉब करते थे परंतु अब प्राइवेट जॉब नहीं करते हैं वह पत्नी द्वारा स्थापित की गई उत्पादन इकाई में सहयोगी की भूमिका निभाते हैं। उत्पादन निकाय के लिए आवश्यक कपास वे महाराष्ट्र से मंगवाते हैं। प्रवीण का कहना है कि महाराष्ट्र से उन्हें अच्छी गुणवत्ता का कपास प्राप्त होता है, जिससे अधिक  तैलीय  मात्रा वाली खाली उत्पादित होती है। इस योजना से परिवार में आई खुशहाली के लिए  चौरसिया दम्पति प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को हृदय से धन्यवाद देते हैं। सम्पर्क नंबर – 97549 41199 ।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements