समस्या- क्या जायद की मूंगफली में भी टिक्का रोग आ सकता है। लक्षण तथा उपाय बतायें।
– जमुना प्रसाद, खरगौन
समाधान- मूंगफली का टिक्का रोग आमतौर पर खरीफ के मौसम में आता है। जायद में उसके लिये आद्र्रता तथा तापमान उपयुक्त नहीं होती है। आप निम्न लक्षणों से उसे पहचानें।
द्य बुआई के 30 दिनों के बाद अगेती टिक्का आता है। जिसमें पत्तियों के ऊपरी सतह पर अर्धगोलाकार हरिमाहीन धब्बे निकलते है जो बाद में भूरे हो जाते हैं, धब्बों के आसपास पीला घेरा भी दिखता है।
द्य पिछेती टिक्का बुआई के 60 दिनों के अंदर से आता है। पत्तियों पर ऊपरी सतह पर महीन हरिमाहीन धब्बे बनते हैं जो अनियमित आकार के हो जाते हैं। पत्तियों के निचली सतह पर काले रंग के धब्बे दिखाई देते हैं।
द्य रोकथाम के लिये 2 ग्राम कापर सल्फेट/लीटर पानी में घोल बनाकर 10 दिनों के अंतर से दो छिड़काव करें।