समस्या – समाधान (Farming Solution)

सोयाबीन का अफलन रोग कैसे और कब आता है, नियंत्रण के उपाय भी बतलायें

  • जमुना प्रसाद

15 जुलाई 2022, भोपाल । सोयाबीन का अफलन रोग कैसे और कब आता है, नियंत्रण के उपाय भी बतलायें  –

समाधान – सोयाबीन की यह बीमारी वास्तव में कीट के कारण होती है। हर वर्ष जहां कहीं भी यह समस्या आती है वहां विशेष सावधानी बरतने से इसे रोका भी जा सकता है। चूंकि यह कीट प्रकोप का परिणाम है। सम्भावित आक्रमण के पहले ही क्लोरोपायरीफास 20 ई.सी. की 1.5 लीटर मात्रा या ट्राईजोफास 40 ई.सी. की 500 मि.ली. मात्रा या क्यिनालफास 25 ई.सी. की 1.5 लीटर या ईथोफ्रेनफास की 1 लीटर मात्रा प्रति हेक्टर के हिसाब से दो छिडक़ाव पहला बुआई के 18 से 20 दिन तथा दूसरा 28-30 दिन बाद आवश्यक रूप से कर दें। छिडक़ाव हेतु 800 लीटर पानी प्रति हेक्टर की दर से पर्याप्त होगा।

  • बुआई समय 10 किलो/हे. फोरेट  10 जी प्रति  हे. के हिसाब से भूमि उपचार करके बुआई करें।
  • पौधों की सघनता का असर रोग के प्रकोप पर होता है अतएव बीज दर सिफारिश के अनुरूप ही डालें।

महत्वपूर्ण खबर: सोयाबीन से लक्षित उत्पादन प्राप्त करने के लिये महत्वपूर्ण तकनीकी का उल्लेख करें 

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