40 से अधिक बायोगैस बनवाकर किसानों में जैविक की ज्योत जगा रहे हैं
प्रेरक संतोष पवैया
शाजापुर। बायोगैस संयंत्र से निकलने वाली स्लरी (बहुमूल्य जैविक खाद) का अब किसान महत्व समझने लगे हैं परिणाम स्वरूप क्षेत्र में प्रतिवर्ष बायोगैस संयंत्र निर्माण की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि होने लगी है। एस.के. पवैया ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी केंद्र मोहम्मद खेड़ा वि.खंड शुजालपुर वर्ष 2015 पदस्थापना के बाद से ही बायोगैस संयंत्र निर्माण के कार्य को एक मुहिम का रूप देकर अभी तक 40 से अधिक संयंत्र बनवाकर क्षेत्र के कृषकों को लाभांवित कर चुके हैं।
वर्ष 2019-20 में जिले के उपसंचालक कृषि श्री आरपी एस नायक एवं अनु. कृषि अधिकारी श्री जे.पी. शर्मा, वरि. कृ. वि. अधि.श्री एम. एल. मालवीय द्वारा बायोगैस योजना के क्रियान्वयन में विशेष जोर देकर 2019-20 में कृषक श्री महेंद्र सिंह पिता श्री पूरण सिंह परमार झिरन्या, श्री राजेश लववंशी – नारायण सिंह लववंशी झिरन्या, रवि परमार, विश्राम सिंह परमार जटाल सिंह धनगर बावनहेड़ा, कमलसिंह- करण सिंह बावनहेड़ा, श्री अम्बाराम-नन्नूलाल विरजा भ्याना जाधोपुर कालूराम-अमर सिंह अ.जा. भ्याना जादोपुर के यहाँ बायोगैस संयंत्र बन चुके हैं। |
बहुमूल्य जैविक खाद
रसायनिक उर्वरक व रसायनिक दवाओं के सतत उपयोग से जमीन की गुणवत्ता में आ रही कमी को दूर करने का एकमात्र उपाय बहुमूल्य जैविक खाद ही है, बायोगैस संयंत्र से निकलने वाली स्लरी में कमोवेश फसलों को आवश्यक सभी पोषक तत्व पाये जाते हैं जिसका उपयोग कर किसान अपने उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ अपनी जमीन को भी सेहत सुधारने में लगे हैं।
जैविक खेती का सशक्त माध्यम बायोगैस संयंत्रश्री कमलसिंह पिता-माखनसिंह धनगर ग्राम-बावनहेड़ा, विख.-शुजालपुर के यहां बायोगैस संयंत्र निर्माण कार्य पूर्ण। |
जैविक सब्जियों के दोगुने दाम
मैदानी कार्यकर्ताओं को उत्साहवर्धन किया जा रहा है। पूर्णतया जैविक तरीके से उगाई गई सब्जियां, दाल, खाद्यान्न के भाव अन्य तरीके से लिये गये उत्पादन की तुलना में बाजार में दोगुने के आस-पास है। अकेले रसायनिक उर्वरक व दवाओं पर निर्भरता बनाकर उत्पादन लिया तो वह दिन दूर नहीं जब लागत तो बड़ेगी धीरे-धीरे उत्पादन गिरेगा व एक दिन जमीन उत्पादन देने से मना कर देगी। पूर्णतया जैविक खेती कर कई किसान बहुत अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। उनके द्वारा उत्पादित माल अच्छे भाव में हाथों-हाथ बिक रहा है। समय की मांग के अनुसार किसान भाई अपने यहां बायोगैस संयंत्र नाडेप टांका, वर्मीकम्पोस्ट पिट बनवाकर, भरपूर बहुमूल्य जैविक खाद घर पर ही तैयार कर अपने खेतों में उपयेाग कर अपनी जमीन की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ अपने उत्पाद की क्वालिटी में सुधार कर व लोगों की सेहत का ध्यान रख सकते हैं।
सम्पर्क : संतोष कुमार पवैया
ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी
केंद्र-मोहम्मदखेड़ा, विकासखंड-शुजालपुर
जिला-शाजापुर, मो. : 9926428022