अधिक पैदावार लेने के लिए उत्तरप्रदेश के किसान इस वर्ष लगायें सरसों की यह उन्नतशील किस्में
3 min read
Share
17 नवम्बर 2023, भोपाल: अधिक पैदावार लेने के लिए उत्तरप्रदेश के किसान इस वर्ष लगायें सरसों की यह उन्नतशील किस्में – राई/सरसों का रबी तिलहनी फसलों में प्रमुख स्थान है। प्रदेश में अनेक प्रयासों के बाद भी राई के क्षेत्रफल में विशेष वृद्धि नही हो पा रही है। इसका प्रमुख कारण है कि सिचित क्षमता में वृद्धि के कारण अन्य महत्वपूर्ण फसलो के क्षेत्रफल का बढ़ना । इसकी खेती सीमित सिचाई की दशा में अधिक लाभदायक होती है। उन्न्त विधियॉ अपनाने से उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि होती है।
सिंचित क्षेत्र के लिए सरसो की उन्नतशील किस्में
क्र.सं.
प्रजातियाँ
विमोचन की तिथि
नोटीफिकेशन की तिथि
पकने की अवधि (दिनों में)
उत्पादन क्षमता कु०/हे०
विशेष विवरण
1
नरेन्द्र अगेती राई-4
1999
15.11.01
95-100
15-20
सम्पूर्ण उ०प्र० हेतु
2
वरूणा (टी-59)
1975
2.2.76
125-130
20-25
सम्पूर्ण मैदानी क्षेत्र हेतु
3
बसंती (पीली)
2000
15.11.01
130-135
25-28
–
4
रोहिणी
1985
26.11.86
130-135
22-28
सम्पूर्ण उ०प्र० हेतु
5
माया
2002
11.3.03
130-135
25-28
सम्पूर्ण उ०प्र०
6
उर्वशी
1999
2.2.01
125-130
22-25
शीघ्र बुआई हेतु
7
नरेन्द्र स्वर्ण-रार्इ-8 (पीली)
2004
23.8.05
130-135
22-25
सम्पूर्ण उ०प्र० हेतु
8
नरेन्द्र राई (एन०डी०आर०-8501)
1990
17.8.90
125-130
25-30
सम्पूर्ण उ०प्र० हेतु
असिंचित क्षेत्रों के लिए सरसों की उन्नत किस्में
क्र.सं.
प्रजातियाँ
विमोचन की तिथि
नोटीफिकेशन की तिथि
पकने की अवधि (दिनों में)
उत्पादन क्षमता कु०/हे०
विशेष विवरण
1
वैभव
1985
18.11.85
125-130
15-20
सम्पूर्ण उ०प्र० हेतु
2
वरूणा (टा-59)
1975
2.2.76
120-125
15-20
सम्पूर्ण मैदानी क्षेत्र हेतु
विलम्ब से बुवाई के लिएसरसों की उन्नत किस्में
क्र.सं.
प्रजातियाँ
विमोचन की तिथि
नोटीफिकेशन की तिथि
पकने की अवधि (दिनों में)
उत्पादन क्षमता कु०/हे०
विशेष विवरण
1
आशीर्वाद
2005
26.08.05
130-135
20-22
सम्पूर्ण उ०प्र० हेतु
2
वरदान
1985
18.11.85
120-125
18-20
सम्पूर्ण उ०प्र० हेतु
क्षारीय व लवणीय भूमि हेतु
क्र.सं.
प्रजातियाँ
विमोचन की तिथि
नोटीफिकेशन की तिथि
पकने की अवधि (दिनों में)
उत्पादन क्षमता कु०/हे०
विशेष विवरण
1
नरेन्द्र राई
1990
17.08.90
–
–
सम्पूर्ण उ०प्र० हेतु
2
सी०एस०-52
1987
15.05.98
135-145
16-20
सम्पूर्ण उ०प्र० हेतु
3
सी०एस०-54
2003
12.02.05
135-145
18-22
सम्पूर्ण उ०प्र० हेतु
अधिक पैदावार लेने के लिए उत्तरप्रदेश के किसान इस वर्ष लगायें सरसों की यह उन्नतशील किस्मे