फसल की खेती (Crop Cultivation)

खरबूजे और देसी गोमूत्र से बने जैव कीटनाशक ‘थार जैविक 41 ईसी’ को मिला पेटेंट

24 जनवरी 2023, भोपाल: खरबूजे और देसी गोमूत्र से बने जैव कीटनाशक ‘थार जैविक 41 ईसी’ को मिला पेटेंट – भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय ने पेटेंट अधिनियम 1970 के तहत कीट नियंत्रण के लिए जैव-कीटनाशक ‘थार जैविक 41 ईसी’ पेटेंट  दिया  है। थार जैविक 41 ईसी जैव-कीटनाशक सिट्रलस कॉलोसिंथस (Citrullus colocynthis) और देसी गोमूत्र से बनाया गया है। सिट्रलस कॉलोसिंथस को बिटर ऐपल के नाम से भी जाना जाता है।

आईसीएआर – केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान के निदेशक डॉ. डी के समादिया ने बताया कि यह उत्पाद शुष्क क्षेत्र के फलों और सब्जियों में कीट-पीड़कों को नियंत्रित करने के लिए बिल्कुल सुरक्षित और प्रभावी है। उन्होंने डॉ एस एम हलधर वैज्ञानिक (कीट विज्ञान) और उनकी टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।

Advertisement
Advertisement

संस्थान ने इस उत्पाद को 2019 में “थार जैविक 41 ईसी” नाम से जारी किया था और पेटेंट के लिए आवेदन किया था। यह जैव कीटनाशक मित्र कीटों  के लिए सुरक्षित होने के साथ हेलिकोवर्पा, आर्मीगेरा, स्पोडोप्टेरा लिटुरा, सफेद मक्खी और एफिड के खिलाफ प्रभावी है।

मनुष्यों के लिए सुरक्षित

पौधे पर फाइटो टॉक्सिसिटी के प्रभाव का डेटा भी दर्ज किया गया और पाया गया कि जैव कीटनाशक (थार जैविक 41 ईसी) की अनुशंसित खुराक की 10 गुना अधिक मात्रा लगाने पर पौधे पर कोई प्रभाव नहीं देखा गया। यह भी देखा गया है कि थार जैविक 41 ईसी जैव कीटनाशकों के छिड़काव के 3 दिनों के बाद फलों और सब्जियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा और यह लोगों के  खाने के लिए सुरक्षित होती है।शुष्क क्षेत्र में नई किस्मों की कृषि तकनीकों और पौध संरक्षण उपायों के विकास के कारण शुष्क बागवानी फसलों का क्षेत्र और उपज क्षमता कई गुना बढ़ गई है।

Advertisement8
Advertisement
कीटनाशकों के अंधाधुंध उपयोग

भारत में शुष्क बागवानी फसलों के उत्पादन में वृद्धि के लिए कीट-पीड़क प्रमुख बाधाएँ हैं। अतीत में रासायनिक कीटनाशकों ने कीटों और बीमारियों के प्रबंधन और शुष्क बागवानी फसलों के उत्पादन में वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन तीन दशकों से अधिक समय से उनके अंधाधुंध उपयोग ने कई समस्याओं को जन्म दिया है जैसे कीटनाशकों का प्रतिरोध बढ़ता गया , मित्र कीट  भी ख़त्म होने लगे  और अन्य  द्वितीयक कीटों का प्रकोप शुरू हो गया ।

Advertisement8
Advertisement

जैविक वानस्पतिक कीटनाशक धीमी गति से कार्य करने वाले फसल रक्षकों का एक महत्वपूर्ण समूह है जो आमतौर पर मनुष्यों के लिए सुरक्षित होते हैं और न्यूनतम अवशिष्ट प्रभाव के साथ होते हैं।

महत्वपूर्ण खबर: गेहूं की फसल को चूहों से बचाने के उपाय बतायें

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्राम )

Advertisements
Advertisement5
Advertisement