बीएएसएफ ने धान के लिए लांच किए कीट व फफूंद नाशक
03 जून 2025, हैदराबाद: बीएएसएफ ने धान के लिए लांच किए कीट व फफूंद नाशक – बीएएसएफ भारत ने अपने दो नवीनतम वैश्विक फसल सुरक्षा समाधान वेलेक्सियो कीटनाशक तथा मिबेल्या फफूंदनाशक लॉन्च किए हैं, जो कि भारत की सबसे महत्त्वपूर्ण अनाज की फसल -धान के लिए उपयोग में लाए जाएंगे। इन दो आविष्कारों को पेश किए जाने से भारत के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम को समर्थन मिलेगा। ये समाधान धान के किसानों को अपनी धान की पैदावार को शानदार तरीके से बढ़ाने में मदद करेंगे, क्योंकि ये धान के प्रमुख कीटों धान के भूरा माहु की रोकथाम करेंगे तथा आवरित झुलसा जैसी बीमारियों से धान की रक्षा करेंगे। नवीनतम अनूठी केमिस्ट्री वाले वेलेक्सियो कीटनाशक-जो कि प्रेक्सियो एक्टिव की शक्ति से युक्त है,जो कि धान के सभी भूरा माहु की रोकथाम करता है , वहीं मिबेल्या फफूंदनाशक भारत में लॉन्च की जाने वाली पहली रेविसोल केमिस्ट्री होगी, जो कि अपने अनुकूल रेग्युलेटरी प्रोफाइल तथा चयनशीलता के साथ धान के पौधों की समस्त बीमारियों से सुरक्षा करती है।
भारत 100 मिलियन मैट्रिक टन्स से अधिक सालाना उत्पादन के साथ, दुनिया में धान का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, जो कि धान के विश्वव्यापी व्यापार में लगभग 40 प्रतिशत का योगदान देता है। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव ने भारत के धान के किसानों को बुरी तरह प्रभावित किया है, प्रतिकूल मौसम दशाओं का परिणाम बाढ़ों, बीमारियों और भूरा माहु की बड़ी आबादी के रूप में सामने आया है जिससे धान की पैदावार तथा क्वॉलिटी दोनों ही घटी है। वेलेक्सियो बीएएसएफ का नवीनतम कीटनाशक है जो अपनी एक अलग-उल्लेखनीय पहचान , केवल एशिया पैसिफिक के धान के किसानों के बीच ही नहीं बना रहा है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र में धान फसल तंत्र के प्रति अपनी एक दीर्घकालीन प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
बीएएसएफ एग्रीकल्चरल सॉल्यूशन्स के सीनियर वाइस प्रेसिडेन्ट, ग्लोबल स्ट्रेटेजिक मार्केटिंग एंड सस्टेनेबिलिटी, श्री मार्को ग्रोज्डानोविक का कहना है, ‘‘हम भारत में सबसे पहले इसे लॉन्च कर पाने के साथ अत्यंत उत्साहित हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि धान के किसानों को इस वक्त कीटों की रोकथाम में मदद के लिए एक नई केमिस्ट्री की बहुत जरूरत है,’’ अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वे कहते हैं, ‘‘सक्रिय तत्व की मार्केट स्टैण्डर्ड्स के साथ काई क्रॉस-प्रतिरोधकता ज्ञात नहीं है तथा यह धान के भूरा माहु की चार प्रजातियों की जीवन की नुकसान पहुंचाने वाली सभी अवस्थाओं में बेहतरीन प्रभावशीलता था दीर्घकालीन अवशेषी रोकथाम दिलाता है.’’
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