संपादकीय (Editorial)

संपादकीय (Editorial) में भारत में कृषि, कृषि नीतियों, किसानों की प्रतिक्रिया और भारतीय परिदृश्य में इसकी प्रासंगिकता से संबंधित नवीनतम समाचार और लेख शामिल हैं। संपादकीय (Editorial) में अतिथि पोस्ट और आजीविका या ग्रामीण जीवन से संबंधित लेख भी शामिल हैं।

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खरपतवारों को कमजोर समझने की भूल कदापि न करें

19 सितम्बर 2022, भोपाल । खरपतवारों को कमजोर समझने की भूल कदापि न करें  – कीट, रोग, खरपतवार धरा पर मानव समाज के अवतरित होने के बहुत पहले विद्यमान हो चुके थे। वातावरण मौसम, प्रकृति के अतिरेक से लड़-भिडक़र अपनी

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ज्वार के जरिए खाद्य-सुरक्षा

अरविन्द सरदाना 13 सितम्बर 2022, भोपाल । ज्वार के जरिए खाद्य-सुरक्षा  – साठ के दशक में लाई गई क्रांति ने बेहद सीमित, खासकर गेहूं-चावल की, फसलों को बढ़ावा दिया था। लेकिन इसने कई पौष्टिक, कम लागत की आसान फसलों को

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कृषि में जल की महत्ता

13 सितम्बर 2022, भोपाल । कृषि में जल की महत्ता – मानसून के अतिरेक को सहते, सुलझते खरीफ अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच ही गया, अब तो कटाई उपरांत आंकड़े ही बतलायेंगे कि वर्ष 2022 का खरीफ कैसा रहा। कृषि

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प्रो. सेन जिंदगी भर गरीबों और हाशिये के हिमायती रहे

डॉ. रमेश चंद, सदस्य, नीति आयोग 6 सितम्बर 2022, भोपाल । प्रो. सेन जिंदगी भर गरीबों और हाशिये के हिमायती रहे  – प्रो. अभिजित सेन ऐसे प्रतिभाशाली अर्थशास्त्री थे, जिन्होंने ज्यादातर ग्रामीण और कृषि अर्थव्यवस्था पर काम किया। उन्होंने नीति निर्माण

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सब्जी उत्पादन का विकास लाभकारी खेती का आईना

6 सितम्बर 2022, भोपाल । सब्जी उत्पादन का विकास लाभकारी खेती का आईना – कृषि को लाभ का धंधा बनाने की दिशा में सब्जी उत्पादन का महत्व आज की स्थिति में बहुत बढ़ गया है। भारत एक शाकाहारी प्रधान देश है

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आजादी का अमृत महोत्सव : दलितों और दरिद्रों को कब मिलेगी आजादी ?

डॉ. चन्दर सोनाने, मो. : 9425092626   31 अगस्त 2022, भोपाल । आजादी का अमृत महोत्सव : दलितों और दरिद्रों को कब मिलेगी आजादी ?  आइये, केवल तीन उदाहरणों के माध्यम से देश में दलितों, वंचितों और दरिद्रों की व्यथा को

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अब जल संरक्षण की बारी

31 अगस्त 2022, भोपाल । अब जल संरक्षण की बारी – प्रकृति की क्षमता को कोई पार नहीं पा सकेगा। भारतीय कृषि में मानसून का दखल इतना अधिक है कि पल में तोला और पल में माशा जैसी स्थिति बन जाती

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उपज में आदान का महत्व

23 अगस्त 2022, भोपाल । उपज में आदान का महत्व – फसल उत्पादन में आदानों की भूमिका का महत्व तो सभी जानते हंै क्योंकि बुआई उपरांत पौधों का पोषण प्रबंध, जल प्रबंध भूमि ही करती है। यदि भूमि की उपजाऊ शक्ति

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अब किस दुनिया में जिएं प्रेमचंद के झूरी काछी और हीरा-मोती

जयराम शुक्ल, मो. : 8225812813   18 अगस्त 2022, भोपाल । अब किस दुनिया में जिएं प्रेमचंद के झूरी काछी और हीरा-मोती – प्रेमचंद की जयंती बीते दिनों साहित्य जगत में परंपरागत रूप से मनाई गई। जयंती के दिन प्रेमचंद बड़ी

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कीटनाशकों का असंतुलित प्रयोग रोकें

16 अगस्त 2022, भोपाल । कीटनाशकों का असंतुलित प्रयोग रोकें – एक अध्ययन के मुताबिक कीट-रोगों के फसलों पर प्रकोप से भारत में प्रतिवर्ष 36 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान होता है। हालांकि कीट-रोग के कारण फसल की उत्पादकता में

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