पशुपालन (Animal Husbandry)

पशुओं को लू और तापघात से बचाने के उपाय

18 जून 2024, मंडला: पशुओं को लू और तापघात से बचाने के उपाय – पशुधन को भीषण गर्मी, लू एवं तापमान के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालकों को एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।

तेज गर्म मौसम तथा तेज हवाओं का प्रभाव पशुओं की सामान्य दिनचर्या को प्रभावित करता है। भीषण गर्मी की स्थिति में पशुधन को सुरक्षित रखने के लिए विशेष प्रबंधन एवं उपायों, जिनमें ठंडा एवं छायादार पशु आवास, स्वच्छ पीने का पानी आदि पर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। तेज गर्मी से बचाव प्रबंधन में जरा सी लापरवाही से पशु को लू नामक रोग हो जाता है। लू ग्रस्त पशु को तेज बुखार हो जाता है और पशु सुस्त होकर खाना-पीना बंद कर देता है। शुरू में पशु की श्वसन गति एवं नाड़ी गति तेज हो जाती है। कभी कभी नाक से खून भी बहने लगता है।

Advertisement
Advertisement

पशुपालक पशु आवास हेतु पक्के निर्मित मकानों की छत पर सूखी घास या कड़बी रखें ताकि छत को गर्म होने से रोका जा सके। पशु आवास के अभाव में पशुओं को छायादार पेड़ों के नीचे बांधना चाहिए। पशु आवास में आवश्यकता पड़ने पर बोरी के टाट को गीला कर दें, जिससे ठंडक बनी रहेगी। पशु आवास गृह में आवश्यकता से अधिक पशुओं को नहीं बांधें तथा रात्रि में पशुओं को खुले स्थान पर बांधें। गर्मी के मौसम में पशुओं को हरा चारा अधिक खिलाएं। पशु में बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सा संस्था से सम्पर्क कर पशु का उपचार कराएं, जिससे पशुधन तथा उसके उत्पादन में होने वाली हानि से बचा जा सकता है।

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

Advertisements
Advertisement5
Advertisement